इलेक्ट्रिक गाड़ियों की रेंज और परफॉरमेंस बढ़ाने के लिए टोयोटा ने पेश की नई तकनीकें
क्या है खबर?
जापान की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा ने इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की रेंज, प्रदर्शन और लागत में सुधार के लिए अपनी कई नई तकनीकों से पर्दा उठाया है।
कंपनी इन्हे कुछ सालों में अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों में शामिल करने वाली है। इसके साथ ही टोयोटा 2026 तक प्रति वर्ष 15 लाख EVs की बिक्री की योजना भी बना रही है।
आइये कंपनी द्वारा पेश की गई इन तकनीकों के बारे में जानते हैं।
बैटरी
नई बैटरी टेक्नोलॉजी
मंगलवार को कंपनी ने एक नई बैटरी टेक्नोलॉजी को पेश किया है, जिसे 2027-28 तक कंपनी अपनी सभी इलेक्ट्रिक गाड़ियों में जोड़ने वाली है।
कंपनी हाई-परफॉरमेंस वाली सॉलिड-स्टेट बैटरी पर काम कर रही है, जो लिथियम आयन बैटरी की तुलना में सस्ती होंगी और इन्हे जल्दी चार्ज भी किया जा सकेगा।
इन बैटरी के साथ टोयोटा की गाड़ियां सिंगल चार्ज में 1,000 किलोमीटर तक की दूरी तय करेंगी और महज 20 मिनट में चार्ज हो सकेंगी।
प्रोडक्शन
उत्पादन के लिए गीगा कास्टिंग तकनीक का उपयोग करेगी टोयोटा
उत्पादन के बारे में बात करते हुए टोयोटा ने कहा कि वह अपनी अगली जनरेशन की इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण के लागत को कम करने के लिए टेस्ला की तरह गीगा कास्टिंग का उपयोग करेगी।
बता दें कि गीगा कास्टिंग असेंबली बड़े पैमाने पर एल्यूमीनियम डाई-कास्टिंग मशीन के साथ गाड़ियों का उत्पादन करती हैं।
कंपनी की मानें तो ऑटोमेटिक असेंबली लाइनें नए वाहनों के लिए कारखाने की निवेश लागत को काफी हद तक कम कर सकती हैं।
परफॉरमेंस
ऐरोडायनॉमिक्स
टोयोटा कंपनी इस समय मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज में रॉकेट डिजाइनरों के साथ काम कर रही है।
यहां कंपनी अपनी आने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों के बेहतर ऐरोडायनॉमिक्स पर काम कर रही है, जिससे हाई स्पीड के दौरान हवा से गाड़ी की परफॉरमेंस कम ना हो।
टेस्ला का सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल Y लगभग 0.23-लेवल ड्रैग पैदा करता है। इस वजह से कंपनी मित्सुबिशी प्रौद्योगिकी का उपयोग करके 0.1-लेवल ड्रैग प्राप्त कर सकती है।
सप्लाई
सप्लायर्स से भी तकनीक साझा करेगी टोयोटा
अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की परफॉरमेंस बढ़ाने के लिए टोयोटा अपने सप्लायर्स से भी तकनीक साझा करेगी।
कंपनी ऐसिन और डेंसो सहित कई सप्लायर्स को छोटे "इएक्सेल्स" पेश करेगी, जो इलेक्ट्रिक मोटर्स और EV पार्ट्स को जोड़ती है। इससे कार के पिछले हिस्से में स्पेस बढ़ेगा।
इसके अलावा टोयोटा सेमीकंडक्टर के लिए सिलिकॉन कार्बाइड वेफर्स विकसित कर रही है, जिसका उपयोग अगली जनरेशन की EV इनवर्टर में किया जाएगा। यह तकनीक भी डेंसो द्वारा विकसित की जा रही है।