पहाड़ों पर ड्राइविंग करना हो सकता है खतरनाक, इन बातों का जरूर रखें ध्यान
ड्राइविंग के समय सुरक्षित रहने के लिए कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। कार में मौजूद सभी यात्रियों की सुरक्षा काभी हद तक ड्राइविंग करने के तरीके पर निर्भर करती है। कुछ लोगों को लगता है कि अगर वे एक सीधी सड़क पर कार चला लेते हैं तो कहीं भी आसानी से ड्राइविंग कर लेंगे। सीधी सड़क पर कार चलाने और पहाड़ों आदि पर कार चलाने में अंतर होता है। इसके लिए कई बातों का ध्यान रखना होता है।
ओवरटेक करते समय रहें सावधान
पहाड़ियों पर ड्राइव करते समय ज्यादा दूर तक का साफ दिखाई नहीं देता है। जिस प्रकार सीधी सड़क पर काफी दूर तक साफ-साफ दिखाई देता है। इस कारण आम रास्तों की अपेक्षा पहाड़ियों पर किसी भी वहन को ओवरटेर करते समय काफी ध्यान रखना पड़ता है। पहले सुनिश्चित कर लें कि आगे का रास्ता साफ हो। उसके बाद ही ओवरटेक करें। इसके साथ ही ओवरटेक करने से पहले मोड़, संकरे पुल और अन्य चीजों की जांच कर लें।
कार को मोड़ते समय स्पीड पर दें ध्यान
ज्यादातर पहाड़ी इलाकों पर रास्ते बहुत संकरे होते हैं। कई रास्ते तो इतने पतले होते हैं कि एक बार में एक वाहन ही निकल सकता है। इस बात का ध्यान रखना जरूरी है। आपकी एक गलती आप पर बहुत भारी पड़ सकती है। मोड़ते समय सबसे पहले तो स्पीड़ को कम कर लें और किनारे का आईडिया लें। अगर कार में बैठकर किनारों का पता नहीं चल पा रहा है तो एक बाहर उतरकर देखें। इसके बाद आराम से मोड़ें।
रात में ड्राइविंग करने से बचें
रात में ड्राइविंग करने का अपना एक अलग ही मजा होता है, लेकिन पहाड़ों पर यह मजा सजा में बदल सकता है। चाहे आप कितनी भी अच्छी ड्राइविंग करते हों, लेकिन कोशिश करें कि पहाड़ों पर रात में कार न चलाएं। क्योंकि पहाड़ों पर रात में विजिबिलिटी ओर भी कम हो जाती है। इसके साथ ही कोशिश करें कार में म्यूजिक सिस्टम न बजाएं ताकि आपको दूर से आने वाले वाहनों की आवाज सुनाई दे।
हैंड ब्रेक का जरूर करें उपयोग
पहाड़ों पर कार चलाने का ही नहीं बल्कि उसे पार्क करने का भी ध्यान रखना पड़ता है। कहीं भी इतनी ढ़लान वाली जगह पार्क न करें, जहां से उसके गिरने का डर हो। इसके साथ ही इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि पार्क करते समय हैंड ब्रेक का उपयोग जरूर करें। इतना ही नहीं कार को पहले गियर में पार्क करें। साथ ही ब्रेक का अधिक उपयोग न करें। इससे वह खराब हो सकता है।