देश में सबसे असुरक्षित हैं ये गाड़ियां, क्रैश टेस्ट में किया खराब प्रदर्शन
गाड़ियों में सुरक्षा को लेकर बढ़ती जागरूकता को देखते हुए कार निर्माता भी अपने मॉडल्स में ज्यादा से ज्यादा सेफ्टी फीचर्स जाेड़ने पर ध्यान दे रही हैं। लेटेस्ट कारों की सुरक्षा अब कई एयरबैग के साथ ADAS जैसी तकनीक तक पहुंच गई है और ग्राहक भी नई गाड़ी खरीदते समय इन्हें प्राथमिकता देते हैं। साथ ही NCAP क्रैश टेस्ट की रेटिंग भी मायने रखती है। आइये जानते हैं रेटिंग के आधार पर भारत में सबसे असुरक्षित कारें कौन-सी हैं।
सिट्रॉन eC3 है सबसे सुरक्षित कारों में से एक
सिट्रॉन की eC3 इलेक्ट्रिक हैचबैक ग्लोबल NCAP में 0-स्टार स्कोर पाने वाली भारत में बनी बहुत कम कारों में से एक है। हाल ही में हुए क्रैश टेस्ट में इसे सबसे असुरक्षित कारों में शामिल किया गया है। इस सूची में शामिल मारुति वैगनआर भले ही सबसे ज्यादा बिकने वाली हैचबैक है, लेकिन सुरक्षा के मामले में फिसड्डी है। इसे पिछले ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में 1-स्टार सुरक्षा रेटिंग मिली थी, जबकि बच्चों की सुरक्षा के लिए 0-स्टार स्कोर किया।
मारुति की ये गाड़ियां भी हैं सुरक्षा में फेल
मारुति सुजुकी स्विफ्ट हैचबैक का 2022 में ग्लोबल NCAP टेस्ट में खराब प्रदर्शन रहा था। इस गाड़ी को केवल 1-स्टार सुरक्षा रेटिंग मिली थी। इसी दौरान मारुति सुजुकी की एक और गाड़ी S-प्रेसो का क्रैश टेस्ट हुआ था। हालांकि, यह भी 1-स्टार रेटिंग के साथ सुरक्षा मापदंड़ों पर खरी नहीं उतर पाई। रेनो की एंट्री-लेवल कार क्विड कंपनी के सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल्स में से एक है। सुरक्षा के मामले में इस गाड़ी को केवल 1-स्टार रेटिंग मिली है।