फाॅक्सवैगन प्रबंधन और श्रमिकों के बीच बेनतीजा रही वार्ता, जानिए क्या है मामला
क्रिसमस से पहले लागत में कटौती को लेकर फॉक्सवैगन प्रबंधन और श्रमिक प्रतिनिधियों के बीच चल रही बातचीत बेनतीजा रही। प्रमुख मुद्दों पर दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन पाई। यूनियन इस बात पर अड़ी थी कि किसी भी समाधान में प्लांट को बंद करना शामिल नहीं होना चाहिए, जबकि कार निर्माता इस बात पर जोर दे रही है कि वह इसे खारिज नहीं कर सकती। यूनियनों ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि समझौता किया जाएगा या नहीं।
क्या है पूरा मामला?
यूरोप की सबसे बड़ी कार निर्माता उच्च लागत और सस्ते चीनी प्रतिस्पर्धियों के आगमन से प्रभावित हो रही हैं। इस कारण पिछले 12 महीनों में फॉक्सवैगन के शेयर की कीमत में एक तिहाई से अधिक की गिरावट देखी गई है। इसलिए कंपनी कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने के साथ जर्मनी में 3 कारखानों को बंद करने की योजना बना रही है। इसी के विरोध में 9 प्लांट के 1 लाख से अधिक कर्मचारियों ने पिछले हफ्ते हड़ताल की थी।
समझौता नहीं होने पर श्रमिक संगठनों की यह चेतावनी
IG मेटल यूनियन के एक प्रवक्ता ने कहा कि मंगलवार तड़के लगभग 13 घंटे की बातचीत के बाद वार्ता बिना किसी समझौते के समाप्त हो गई, लेकिन आज फिर से शुरू होगी। यूनियन ने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान में कहा, "सोमवार देर शाम तक यह स्पष्ट नहीं था कि मंगलवार की वार्ता का यथार्थवादी परिणाम मेल-मिलाप था या गतिरोध।" यूनियनों ने इस सप्ताह की वार्ता में समझौता नहीं होने पर नए साल में हड़ताल की चेतावनी दी है।