इलेक्ट्रिक वाहन बैटरियों की सुरक्षा की होगी जांच, बेंगलुरु में बनेगी पहली प्रयोगशाला
क्या है खबर?
इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) में आग लगने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सरकार जल्द ही सभी तरह की बैटरियों (घरेलू और आयातित) की सुरक्षा जांच करने की तैयारी कर रही है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, यह काम उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अधीन काम करने वाले नेशनल टेस्ट हाउस (NTH) को सौंपा जाएगा।
सरकारी अधिकारियों ने बताया है कि EV बैटरियों के लिए अनिवार्य सेफ्टी सर्टीफिकेशन बेंगलुरु में एक पायलट प्रोजेक्ट के साथ शुरू किया जाएगा।
प्रस्ताव
प्रस्ताव को मिली सरकार से मंजूरी
मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक सरकारी अधिकारी ने कहा, "राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों मानकों के हिसाब से बेंगलुरु में EV बैटरी और चार्जर टेस्ट प्रयोगशाला स्थापित करने के प्रस्ताव को मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है।"
उन्होंने बताया कि सभी इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ टेस्ला जैसी कंपनियों की बैटरियों को भी NTH में सख्त परीक्षण प्रक्रियाओं से गुजरना अनिवार्य होगा।
उन्होंने कहा, "घरेलू के अलावा दक्षिण-पूर्व एशिया से आयातित EV बैटरियों को भी सेफ्टी प्रमाणपत्र लेना होगा।"
तैयारी
बेंगलुरु के बाद अन्य शहरों में स्थापित होगी लैब
सरकारी अधिकारियों ने कहा, "यह टेस्ट EV बैटरियों की गुणवत्ता सुनिश्चित करेगा। NTH प्रयोगशालाओं के शुरू होने से, इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को भी बैटरी का टेस्ट कराने का अवसर मिलेगा।"
उन्होंने बताया, "परीक्षण सुविधा स्थापित करने के लिए उपकरणों की खरीद प्रक्रियाधीन है और जुलाई तक परिचालन शुरू करने की योजना है।"
बताया जा रहा है कि बेंगलुरु में परीक्षण केंद्र के शुरू होने के बाद, मुंबई, कोलकाता, गाजियाबाद और चेन्नई में भी इसी तरह की सुविधाएं स्थापित की जाएंगी।