बर्फीले इलाकों में ड्राइविंग के दौरान ये सावधानियां बरतनी है बहुत जरूरी
क्या है खबर?
सर्दियों के मौसम में पहाड़ी और बर्फीले इलाकों में कार चलाना आम दिनों की तुलना में कहीं ज्यादा जोखिम भरा हो जाता है। बर्फ, फिसलन और कम दृश्यता के कारण जरा-सी लापरवाही बड़ा हादसा बना सकती है। हर साल ठंड के मौसम में कई सड़क हादसे सिर्फ सावधानी न बरतने की वजह से होते हैं। ऐसे में जरूरी है कि ड्राइवर पहले से तैयारी करें और मौसम के हिसाब से वाहन चलाने के नियमों का पूरी तरह पालन करें।
#1
गाड़ी की तैयारी और सही उपकरण बेहद जरूरी
बर्फीले इलाकों में निकलने से पहले गाड़ी की हालत ठीक होना सबसे जरूरी है। टायरों की ग्रिप अच्छी होनी चाहिए और ब्रेक सही से काम कर रहे हों, इसकी पहले जांच करें। अगर संभव हो तो स्नो चेन का इस्तेमाल करें, खासकर पहाड़ी और ढलान वाले रास्तों पर। वाइपर, हेडलाइट और फॉग लाइट सही हालत में हों। इसके साथ ही, कार में कंबल, टॉर्च, फर्स्ट-एड बॉक्स, मोबाइल चार्जर और अतिरिक्त गर्म कपड़े रखना भी बेहद जरूरी माना जाता है।
#2
धीमी रफ्तार और सुरक्षित दूरी रखें
बर्फ पर गाड़ी चलाते समय तेज रफ्तार सबसे बड़ा खतरा होती है, जिससे हादसे की आशंका बढ़ जाती है। हमेशा गाड़ी धीरे चलाएं और आगे चल रहे वाहन से सामान्य से ज्यादा दूरी बनाकर रखें, ताकि अचानक हालात में नियंत्रण बना रहे। अचानक ब्रेक लगाने से गाड़ी फिसल सकती है, इसलिए हल्का और नियंत्रित ब्रेक लगाएं। मोड़ पर खास सावधानी बरतें और ओवरटेक करने से बचें, क्योंकि फिसलन ज्यादा होती है। संयम बर्फीली सड़कों पर सबसे बड़ी सुरक्षा होती है।
#3
मौसम और सड़क की जानकारी लेना न भूलें
यात्रा शुरू करने से पहले मौसम की जानकारी लेना बहुत जरूरी होता है। भारी बर्फबारी या तूफान की चेतावनी हो तो सफर टाल देना बेहतर रहता है और जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए। स्थानीय प्रशासन, मौसम विभाग और ट्रैफिक एडवाइजरी पर ध्यान दें और उनके निर्देशों का पालन करें। अगर रास्ता बंद हो या हालात खराब हों तो जबरदस्ती आगे बढ़ने की गलती न करें। सुरक्षित ड्राइविंग का सबसे बड़ा नियम यही है कि जरूरत से ज्यादा जोखिम न लिया जाए।