कार केयर टिप्स: ऑटोमैटिक गाड़ी चलाते समय इन बातों का रखें ध्यान
क्या है खबर?
देश में ऑटोमैटिक कारों का चलन तेजी से बड़ रहा है। यही कारण है कि वर्तमान में पेश की जाने वाली ज्यादातर गाड़ियां ऑटामैटिक होती हैं।
इनमें मॉडल ड्यूल-पैडल तकनीक की सुविधा होती है, जो शहर की भीड़-भाड़ भरी सड़कों पर बार-बार क्लच दबाकर गियर बदलने की परेशानी से छुटकारा दिलाती है।
यह तकनीक आरामदायक है, लेकिन कुछ असावधानी से गाड़ी को बड़ा नुकसान भी हो सकता है।
आइये जानते हैं ऑटोमैटिक कार चलाते समय किन बातों का ध्यान रखें।
न्यूट्रल
रफ्तार में गाड़ी को कभी नहीं करें न्यूट्रल
ऑटोमैटिक कार को चलते हुए कभी भी न्यूट्रल मोड पर नहीं करें। इससे ट्रांसमिशन सिस्टम में टूट-फूट होने की संभावना रहती है।
गाड़ी के पूरी तरह से रुकने के बाद ही गियर शिफ्टर को न्यूट्रल या पार्क मोड पर करना चाहिए। साथ ही ऑटोमैटिक कार को चलाते समय कभी भी दोनों पैरों का इस्तेमाल न करें।
इससे एक ही समय में गति बढ़ने के साथ ब्रेक भी लग सकते हैं। गाड़ी चलाते समय क्लच को लगातार चालू न रखें।
हैंडब्रेक
हैंडब्रेक और पार्क मोड का करें इस्तेमाल
ऑटोमैटिक कारों को पार्क करते समय पैडल शिफ्टर को हमेशा पार्क मोड में रखने के साथ हैंडब्रेक लगाकर रखना चाहिए। ऐसा नहीं करने से गाड़ी के ट्रांसमिशन सिस्टम पर दबाव पड़ता है।
इन गाड़ियों को ढलाने से नीचे उतारते समय न्यूट्रल मोड पर नहीं रखें और क्लच दबाए बिना कभी भी गियर न बदलें।
कार चलाते समय अपना हाथ गियर स्टिक पर नहीं रखें और अगले गियर पर स्विच करने से पहले कभी भी अधिक देर तक गति नहीं बढ़ाएं।