
भारतीय कंपनियों ने चुंबकों के उत्पादन का दिया प्रस्ताव, खत्म होगी ऑटोमोबाइल की समस्या
क्या है खबर?
दुर्लभ पृथ्वी चुंबकों की कमी को देखते हुए भारतीय एडवांस मैटेरियल कंपनियों ने सरकार को स्थानीय मैग्नेट सप्लाई चेन बनाने का प्रस्ताव दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, इन कंपनियों ने भारी उद्योग मंत्रालय समेत सरकार के सामने प्रस्तुतीकरण दिया है, जिसमें आश्वासन दिया है कि वे चीन पर निर्भरता कम करने के लिए भारत में ही आपूर्ति का निर्माण करेंगी। चीन द्वारा निर्यात प्रतिबंध लगाए जाने के कारण भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियां दुर्लभ पृथ्वी चुबंक की कमी से जूझ रही हैं।
प्रस्ताव
इन कंपनियों ने बताई अपनी योजना
सूत्रों ने TOI को बताया, "इन कंपनियों में मिडवेस्ट एडवांस्ड मैटेरियल्स, एंटेलस इंडस्ट्रीज और सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन रेयर अर्थ्स (IREL) शामिल हैं।" सूत्रों ने बताया कि भारी उद्योग सचिव कामरान रिजवी ने भी कम्पनियों से प्रस्तुतीकरण लिया है, क्योंकि सरकार ने चुंबक उत्पादन में स्वदेशी क्षमता निर्माण के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। मिडवेस्ट एडवांस्ड मैटीरियल्स ने भारत में 500 टन/वर्ष की क्षमता वाले चुंबकों के उत्पादन की अपनी योजनाओं के बारे में एक प्रस्तुति दी।
सहायता
कंपनियों ने सरकार से मांगी सहायता
यूनाइटेड किंगडम (UK) की एनटेलस ने बताया है कि उनका प्लांट चुंबकीय पाउडर का उत्पादन करने के लिए तैयार है, लेकिन उद्योग-ग्रेड चुंबक का उत्पादन करने में अभी भी कुछ समय लगेगा। दूसरी तरफ IREL ने सरकार को बताया कि उत्पादन शुरू होने के बाद वह चीन की कीमतों से मेल खा सकेगी। कंपनियों ने सरकार से चुंबक उत्पादन स्थापित करने में प्रोत्साहन और मौद्रिक लाभ प्रदान करने की मांग की है।