मुंबई: शुरू हुआ देश का सबसे बड़ा पब्लिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन, ये हैं खास बातें
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सॉल्यूशन प्रोवाइडर मैजेंटा ग्रुप ने महाराष्ट्र के नवी मुंबई में नया पब्लिक इलेक्ट्रिक वाहन (EV) चार्जिंग स्टेशन शुरू किया है। राज्य के उद्योग और खनन मंत्री सुभाष देसाई ने इसका उद्घाटन किया। कंपनी का दावा है कि यह भारत का सबसे बड़ा पब्लिक EV चार्जिंग स्टेशन है। बता दें कि गुजरात और दिल्ली के बाद हाल ही में महाराष्ट्र ने भी नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति की घोषणा की है।
क्या है इस चार्जिंग स्टेशन की खासियत?
इस चार्जिंग स्टेशन में कुल मिलाकर 21 चार्जर होंगे, जिनमें से चार DC फास्ट चार्जर हैं और जिनकी क्षमता 15 से 50 किलोवाट है, जबकि बाकी 17 यूनिट्स 3.5 से 7.5 किलोवाट क्षमता के AC चार्जर हैं। मैजेंटा ने दावा किया है कि गाड़ियों के आधार पर DC फास्ट चार्जर एक इलेक्ट्रिक वाहन को लगभग 45 मिनट में 100 प्रतिशत चार्ज कर सकता है। यह स्टेशन सौर पैनलों द्वारा संचालित होता है, जिससे 40 kW बिजली मिलती है।
रात में भी कर सकते है चार्ज
इसका पार्किंग एरिया रात भर चार्ज करने की अनुमति देता है। इसमें विशेष पार्किंग एरिया दिया गया है, जिसमें ग्राहक AC स्लो चार्जर का उपयोग कर सकते हैं और अपने वाहनों को रात भर चार्ज करने के लिए छोड़ सकते हैं। इन चार्जर्स को मैजेंटा के चार्जग्रिड ऐप के माध्यम से ऑनलाइन रिमोट मॉनिटरिंग के साथ संचालित किया जा सकता है जिसमें एक ऑटोमैटिक पेमेंट गेटवे शामिल है। ग्राहक चार्जिंग बिल का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से भी कर सकते हैं।
चार्जर मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट की भी हुई है स्थापना
महाराष्ट्र सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति के अनुसार, 2025 तक राज्य में 1,46,000 बैटरी से चलने वाले वाहनों को चलाने का लक्ष्य रखा गया है, जो उस समय देश के कुल EV रजिस्ट्रेशन का लगभग 10 प्रतिशत होगा। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए चार्जिंग स्टेशन के साथ कंपनी ने उसी जगह पर अपने EV चार्जर डेवलपमेंट और मैनुफैक्चरिंग यूनिट का भी उद्घाटन किया है, जो हर महीने लगभग 4,000 AC चार्जर का उत्पादन करेगी।
ये है कंपनी का लक्ष्य
कंपनी का लक्ष्य 2026 तक इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार लाख चार्जिंग स्टेशनों को लगाना है। मैजेंटा ग्रुप के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक मैक्सन लुईस ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि इस साल उनके पास कुल 4,000 चार्जर लगाने का लक्ष्य है, जिसके लिए करीब 55 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसमें से 1,000 पब्लिक चार्जिंग स्टेशनों को तेल निर्माता कंपनी HPCL के सहयोग से लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।