आइकॉनिक कार: फॉक्सवैगन वेंटो ने 12 सालों तक भारत में जमाई थी धाक
जर्मन कार निर्माता फॉक्सवैगन की आइकॉनिक कार वेंटो ने मध्यमवर्गीय परिवारों का एक परफॉर्मेंस सेडान कार का सपना पूरा किया था। 12 सालों तक इसने भारतीय बाजार में धाक जमाई और अपनी मजबूती, आसान हैंडलिंग और केबिन के अंदर पर्याप्त जगह के कारण सभी का दिल जीत लिया। कई कारें आज भी 2010 में लॉन्च हुई वेंटों के स्टैंडर्ड से मेल नहीं खाती हैं। भारत निर्मित यह गाड़ी मैक्सिको में भी तीसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली कार रही थी।
वेंटो की शुरुआती थी 6.99 लाख रुपये
फॉक्सवैगन वेंटों अपने सेगमेंट की हाईवे किंग कही जाती थी, जो 185 किमी/घंटे की टॉप स्पीड से दौड़ने में सक्षम थी। मल्टी फंक्शनल पावर, सभी विंडो के लिए वन टच अप-डाउन और आर्मरेस्ट से बूट एक्सेस ने कार को व्यावहारिक बना दिया। साथ ही इसमें डुअल टोन डैशबोर्ड, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी को सपोर्ट करने वाला इंटीग्रेटेड 2DIN ऑडियो सिस्टम मिलता था। कंपनी ने 2022 में इस कार को बंद कर दिया, जिसकी शुरुआती कीमत 6.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) रही थी।