आइकॉनिक कार: टाटा इंडिका V2 रही थी टैक्सी ड्राइवरों की पहली पसंद
टाटा मोटर्स की आइकॉनिक कार इंडिका V2 ने भारतीय बाजार में शानदार सफलता हासिल की थी। इसके डीजल वेरिएंट का तब कोई मुकाबला नहीं था। भारी, बड़े केबिन और आरामदायक सवारी के साथ शानदार माइलेज के कारण यह टैक्सी ड्राइवरों की पहली पसंद बन गई थी। टाटा इंडिका में रही खामियों काे दूर करते हुए कंपनी ने 2001 में इंडिका V2 को पेश किया और जल्द ही इसने टैक्सी कार सेगमेंट में एम्बेसडर को बाहर कर दिया।
18 महीने से कम समय में बिक गई थी 1 लाख यूनिट्स
कार निर्माता का दावा था कि 18 महीने से कम समय में एक लाख यूनिट्स की बिक्री के साथ यह भारतीय इतिहास में सबसे तेज बिकने वाली कार रही थी। 2005 में इस हैचबैक का 1.4-लीटर टर्बोचार्ज्ड डीजल वर्जन पेश किया, जिसने इसे देश की पहली टर्बोचार्ज्ड यात्री कार बना दिया। 2011 में बंद कर दी गई इस गाड़ी की शुरुआती कीमत 3.78 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) रही थी, जिसने मारुति सुजुकी ऑल्टो और वैगनआर को कड़ी चुनौती दी थी।