आइकॉनिक कार: 1 टन वजन ले जाने का दम रखती थी भारतीय सेना की पसंदीदा जोंगा
वाहन फैक्ट्री जबलपुर (VFJ) की आइकॉनिक कार जोंगा ने भारत में सबसे दमदार ऑफ-रोडर के रूप में ख्याति अर्जित की थी। यह आम लोगों के साथ 3 दशक से ज्यादा समय तक भारतीय सेना की सबसे भरोसेमंद SUV रही है। इसने मुश्किल हालातों में सेना का साथ निभाया और सीमा की रक्षा में डटकर खड़ी रही थी। सबसे पहले 1960 में इसका उत्पादन जबलपुर ऑर्डिनेंस एंड गन असेंबली प्लांट में किया गया और बाद में VFJ के प्लांट में पहुंची।
धोनी की पसंदीदा SUVs में शामिल है जोंगा
जोंगा की शुरुआत सबसे पहले द्वितीय विश्व युद्ध के समय हुई थी। उस समय भारत को ऐसे वाहन की जरूरत थी, जिसका उपयोग सेना, अग्निशमन विभाग और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए किया जा सके। तब निसान ने 4W60 की पहली पीढ़ी पेश की जिसे बाद में पेट्रोल नाम दिया गया, जिसे यहां जोंगा के रूप में लाया गया। यह भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की भी पसंदादी गाड़ियों में से एक है।
गजब की थी जोंगा SUV की ऑफ-रोड क्षमता
जोंगा को 4-व्हील-ड्राइव सिस्टम के साथ 4.0-लीटर, इनलाइन 6-सिलेंडर इंजन (145hp/330Nm) के साथ पेश किया गया, जो 1 टन वजन आसानी से ले जाने के साथ गजब की ऑफ-रोड क्षमता देती थी। बाद में इस SUV को 3.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड डीजल इंजन (145hp/340Nm) के साथ आम नागरिकों के लिए पेश किया गया था। 1999 में VFJ ने इस दमदार गाड़ी का प्रोडक्शन बंद कर दिया। उस वक्त इस गाड़ी की कीमत 6 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) रही थी।