टिक-टॉक वीडियो सामने आने के बाद हुंडई और किआ ने कारों को किया रिकॉल
अमेरिका में चोरी की आशंका को लेकर हुंडई और किआ की कारों को रिकॉल किया गया है। एक टिक-टॉक वीडियो में पुश बटन इग्निशन के बिना इन कंपनियों की कारों को चुराने का तरीका बताया गया था, जिसके बाद चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। इंश्योरेंस इंस्टीट्यूट फॉर हाइवे सेफ्टी (IIIHS) के मुताबिक, हुंडई और किआ की कारों में इंजन इम्मोबिलाइजर नहीं दिया गया था, जिससे इन्हें चोरी करना आसान है। ये कारें 2015-2019 के बीच बनाई गई हैं।
कंपनियों ने सॉफ्टवेयर अपडेट करने को कहा
अमेरिकी प्रशासन के अनुसार, कोरियाई वाहन निर्माताओं के कुछ एंट्री लेवल मॉडल इंजन इम्मोबिलाइजर या पुश बटन इग्निशन से लैस नहीं थे। कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल रॉब बोंटा ने कहा, "किआ और हुंडई की अपने कई वाहनों पर मानक सुरक्षा सुविधाओं को स्थापित करने में विफलता ने वाहन मालिकों और जनता को जोखिम में डाल दिया है।" उन्होंने बताया कि कंपनियों ने फरवरी में चोरी रोकने के लिए 80.3 लाख वाहनों में सॉफ्टवेयर अपग्रेड करने की बात कही थी।