होंडा और निसान के विलय को लेकर चर्चा शुरू, हुआ समझौता
होंडा, निसान और मित्सुबिशी ने संभावित विलय के लिए आधिकारिक तौर पर चर्चा शुरू करने की पुष्टि कर दी है। कंपनियों ने आज 3-पक्षीय समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत तीनों कंपनियों के लिए संयुक्त शेयर हस्तांतरण के माध्यम से एक होल्डिंग कंपनी की स्थापना की जाएगी। यह भी कहा गया कि मित्सुबिशी इस विलय में शामिल होने के लिए अभी भी मूल्यांकन कर रही है और जनवरी, 2025 के अंत तक अंतिम निर्णय ले सकती है।
विलय को लेकर कंपनियों की यह है रणनीति
साझेदारी करने को लेकर निसान और होंडा दोनों एक अलग MOU पर हस्ताक्षर करने के बाद वाहन प्लेटफार्मों को मानकीकृत करने और लागत कम करने की योजना बना रही हैं। साथ ही अनुसंधान और विकास कार्यों को भी एकीकृत कर रही हैं। कंपनियां उत्पादन लाइनों को साझा करने और आपूर्ति श्रृंखला संचालन को सुव्यवस्थित करके अपने विनिर्माण कार्यों और प्लांट्स को अनुकूलित करने की भी योजना बना रही हैं। इनका लक्ष्य अपने चीनी प्रतिद्वंद्वियों और टेस्ला से मुकाबला करना है।
कब तक पूरा होगा विलय?
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा गया कि साझेदारी सिर्फ ऑटोमोटिव बिजनेस के लिए नहीं होगी, बल्कि दोपहिया वाहन और एविएशन बिजनेस के लिए भी होगी। कंपनियों की योजना अगस्त, 2026 तक आधिकारिक तौर पर विलय को पूरा करने की है, जिसके बाद कंपनियों की नई मूल कंपनी को टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया जाएगा। विलय के अंत तक होंडा संयुक्त होल्डिंग कंपनी को चलाने के लिए प्रत्येक आंतरिक और बाहरी निदेशकों में से अधिकांश को नामांकित करेगी।