कब हुई थी दमदार इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने वाली टेस्ला कंपनी की शुरुआत? जानिए इतिहास
क्या है खबर?
वाहन निर्माण की दुनिया में टेस्ला एक बड़ा नाम बन चुका है और हो भी क्यों ना, कंपनी ने इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण कर एक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कार चलाने के सपने को साकार किया है।
कंपनी भारत में भी कार निर्माण फैक्ट्री स्थापित करने की योजना बना रही है। आज हम आपके लिए इस वाहन कंपनी की जानकारी लेकर आए हैं।
आइये जानते हैं इस कंपनी की शुरुआत कब हुई थी और इसका इतिहास क्या है।
शुरुआत
कब हुई थी टेस्ला कंपनी की शुरुआत?
लोगों का मानना है कि टेस्ला कंपनी और उसकी कारों को एलन मस्क ने बनाया। हालांकि, ऐसा नहीं है। कंपनी की स्थापना 2003 में एरिक एबरहार्ड और मार्क टारपेनिंग ने की थी।
मस्क ने तब कंपनी में सबसे बड़ा निवेश किया था और फरवरी, 2004 में टेस्ला के चेयरमैन के रूप में निदेशक बोर्ड में शामिल हुए। साल 2008 में उन्होंने CEO का पदभार संभाला।
निकोला टेस्ला को श्रद्धांजलि देने के लिए कंपनी का नाम टेस्ला रखा गया।
पहली कार
साल 2008 में आई कंपनी की पहली कार
साल 2008 में कंपनी ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक सुपरकार टेस्ला रोडस्टर से पर्दा उठाया। इसे 2009 में लॉन्च किया गया। टेस्ला का यह मॉडल केवल 1.9 सेकंड में 0-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकता है।
यह सुपरकार 400 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की टॉप स्पीड से चल सकती है और एक बार चार्ज करने पर 965 किलोमीटर की दूरी तय करने में सक्षम है। कंपनी अभी भी इस इलेक्ट्रिक कार की बिक्री करती है।
सफल मॉडल
टेस्ला करती है इन गाड़ियों की बिक्री
टेस्ला रोडस्टर इलेक्ट्रिक कार का उत्पादन शुरू करने के बाद कंपनी ने साल 2012 में अपनी दूसरी इलेक्ट्रिक कार टेस्ला मॉडल S लॉन्च की। इसके बाद साल 2014 में कंपनी ने ऑटोपायलट सेल्फ ड्राइविंग तकनीक पेश की।
साल 2015 में कंपनी ने अपनी पहली SUV टेस्ला मॉडल X लॉन्च की। साल 2019 में कंपनी ने अपनी चौथी इलेक्ट्रिक गाड़ी टेस्ला मॉडल 3 लॉन्च की।
2019 में कंपनी ने अपना सेमी इलेक्ट्रिक ट्रक और मॉडल Y को बिक्री के लिए उतारा।
कार
टेस्ला ने ही बनाई है दुनिया की सबसे सुरक्षित कार
टेस्ला मॉडल S कंपनी की सबसे ज्यादा फीचर्स वाली कारों में से एक है। सड़क पर सबसे कम स्किड करने का रिकॉर्ड भी इसी कार के नाम है और इस कार में सबसे बड़ा पैनोरमिक सनरूफ भी उपलब्ध है।
कम ही लोग जानते हैं कि मॉडल S को अपने नीचे कुचलने में नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन की रूफ क्रश रेजिस्टेंस टेस्टिंग मशीन वास्तव में टूट गई थी। कह सकते है की इसे एक टैंक की तरह बनाया गया है।
पहली कार
टेस्ला मॉडल Y हो सकती है भारत में कंपनी की पहली कार
जानकारी के अनुसार, टेस्ला मॉडल Y भारतीय बाजार में कंपनी की पहली कार हो सकती है।
इसमें मस्कुलर हुड, क्लोज्ड-ऑफ ग्रिल, इंटीग्रेटेड डेटाइम रनिंग लाइट्स (DRLs) के साथ स्वेप्टबैक LED हेडलैंप, फ्लश-फिटेड डोर हैंडल्स, क्रोम-लाइन के साथ विंडो और डिजाइनर अलॉय व्हील्स दिए गए हैं।
मॉडल Y में पावरफुल इलेक्ट्रिक मोटर मौजूद है, जिसे 75kWh की बैटरी पैक से जोड़ा गया है। सिंगल चार्ज में यह इलेक्ट्रिक गाड़ी 525 किलोमीटर तक की दूरी तय करेगी।
भारत
भारत आ रही टेस्ला कंपनी
टेस्ला भारत में भी कार निर्माण फैक्ट्री स्थापित करने की योजना बना रही है। फैक्ट्री की योजना के लिए पिछले महीने टेस्ला के अधिकारियों ने केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात भी की थी।
वर्तमान में कंपनी की 3 निर्माण फैक्ट्री हैं, जो अमेरिका, यूरोप और चीन में स्थित हैं।
रिपोर्ट्स की मानें तो टेस्ला की प्रस्तावित फैक्ट्री में सालाना 5 लाख इलेक्ट्रिक कारों का उत्पादन करने की क्षमता होगी।
सस्ती कार
भारत में अपनी सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार लाएगी टेस्ला
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, टेस्ला देश में अपनी सबसे किफायती गाड़ी लेकर आने वाली है, जो चीन और अमेरिका में उपलब्ध टेस्ला कारों से सस्ती होगी।
साथ ही कंपनी भारत को एक संभावित निर्यात केंद्र के रूप में तैयार करने पर भी विचार कर रही है।
देश में बनने वाला टेस्ला प्लांट चीन में उपलब्ध कंपनी की फैक्ट्री से करीब 25 प्रतिशत सस्ता होगा, जिससे देश में गाड़ियों की कीमतें कम हो जाएंगी।
नई कार
वर्तमान में साइबरट्रक पर काम कर यही कंपनी
इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला जल्द ही वैश्विक बाजारों के लिए अपना पहला इलेक्ट्रिक पिकअप साइबरट्रक लॉन्च करने के लिए तैयार है। पिछले हफ्ते ही कंपनी ने इस ट्रक का उत्पादन शुरू किया है।
हालांकि, इसकी बुकिंग 2019 से ही शुरू है। लॉन्च से पहले ही इस ट्रक की 19 लाख यूनिट्स बुक हो चुकी हैं। अगर कोई इस समय ट्रक को बुक करता है तो उसे डिलीवरी के लिए 5 साल से अधिक इंतजार करना पड़ सकता है।