एक गैराज से शुरू हुई लेम्बोर्गिनी आज है बड़ी स्पोर्ट्स कार निर्माता, जानिए कपंनी का इतिहास
क्या है खबर?
दिग्गज लग्जरी कार निर्माता कंपनी लेम्बोर्गिनी को आज कौन नहीं जानता। यह कार कंपनी बेहतरीन स्पोर्ट्स गाड़ियां बनाने के लिए जानी जाती है और करोड़ों लोग इसकी गाड़ियों के दीवाने हैं।
क्या आपके मन में कभी यह सवाल आया है कि दमदार स्पोर्ट्स कारों बनाने वाली इस कंपनी की शुरुआत कैसे हुई थी या फिर यह कंपनी दुनियाभर में इतनी लोकप्रिय कैसे हुई?
आइये आज लेम्बोर्गिनी कंपनी के इतिहास के बारे में जानते हैं।
शुरुआत
किसान के बेटे ने शुरू की थी लेम्बोर्गिनी कंपनी
बता दें कि लेम्बोर्गिनी कंपनी की शुरुआत फेरुचियो लेम्बोर्गिनी ने की थी।
फेरुचियो का जन्म 1916 में इटली के किसान परिवार में हुआ था। बचपन से उन्हें गाड़ियों का शौक था। 16 साल की उम्र में मैकेनिकल इंजीनियर की पढाई का फैसला किया।
पढाई के बाद उन्हें एयरफोर्स में नौकरी मिल गई, लेकिन दूसरे विश्व युद्ध के बाद वो नौकरी छोड़कर घर आ गए और लेम्बोर्गिनी नाम से 1947 में एक गैराज खोला।
जानकारी
1948 में आया पहला लेम्बोर्गिनी ट्रैक्टर
गैराज खोलने के एक साल बाद ही 1948 में फेरुचियो ने अपना पहला ट्रैक्टर बाजार में उतार दिया। उन्होंने इसे कैरिओका नाम दिया, जो काफी लोकप्रिय हुआ। उनके बाद से यह कंपनी ट्रैक्टर बनाने लगी।
जानकारी
कंपनी ने क्यों लिया स्पोर्ट्स कार बनाने का फैसला
फेरुचियो ने अपने स्पोर्ट्स कार का सपना पूरा करने के लिए फेरारी की कार खरीदी।
उन्हें इस गाड़ी में कुछ खामियां दिखी और जब उन्होंने इसकी जानकारी फेरारी के मालिक एंजो फेरारी को दी तो उन्होंने उनकी बात को नजरअंदाज करते हुए उनका मजाक भी उड़ाया।
इसके बाद फेरुचियो ने लग्जरी कार बनाने की सोची और साल 1963 में उन्होंने अपनी पहली स्पोर्ट्स कार 350GTV निकाली, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया।
सुपरकार
लेम्बोर्गिनी ने बनाई थी दुनिया की पहली सुपरकार
स्पोर्ट्स बनाने में मिली सफलता के बाद कंपनी ने सुपरकार बनाने की सोची। इसके बाद साल 1966 में कंपनी ने दुनिया की पहली सुपर कार लेम्बोर्गिनी मिराऊ बनाई। उन्होंने फाइटर बुल को अपने कंपनी का लोगो बनाया।
अब तक कंपनी लेम्बोर्गिनी 350 GT, लेम्बोर्गिनी 400 GT, लेम्बोर्गिनी मिउरा, लेम्बोर्गिनी एस्पाडा, इस्लेरो, जरामा और उराको जैसी बेहतरीन लग्जरी गाड़ियों की बिक्री कर चुकी है।
वर्तमान में कंपनी केवल 3 मॉडल लेम्बोर्गिनी उरुस, रेव्यूल्टो और हुराकैन की बिक्री करती है।
बिक्री
वर्तमान में इन गाड़ियों की बिक्री करती है कंपनी
लेम्बोर्गिनी कंपनी का मुख्यालय इटली में है और कंपनी यहीं पर अपनी गाड़ियों का उत्पादन भी करती है। हर साल कंपनी लगभग 8,500 गाड़ियां बनाती हैं, जिनकी बिक्री CBU रुट से अलग-अलग देशों में होती है।
वर्तमान में कंपनी की कई गाड़ियों पर 2 साल तक का वेटिंग पीरियड है। अधिक मांग के बावजूद भी कंपनी ने अपना दूसरा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं खोला है और यही वजह है कि लेम्बोर्गिन की गाड़ियां हमेशा मांग में रहती हैं।
मॉडल्स
2024 तक भारत में केवल हाइब्रिड गाड़ियां बेचेगी लेम्बोर्गिनी
लेम्बोर्गिनी 2024 तक भारत में उपलब्ध अपनी सभी गाड़ियों को हाइब्रिड वेरिएंट में उतारने वाली है। लेम्बोर्गिनी इंडिया के प्रमुख शरद अग्रवाल ने इस बात की पुष्टि की है।
इसी क्रम में कंपनी इस साल कुछ शानदार कारों को पेश करने वाली है। कंपनी 2025 तक रेंज की 50 प्रतिशत कारों को इलेक्ट्रिक वाहन (EV) में बदलने की योजना बना रही है।
लेम्बोर्गिनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों से पहले हाइब्रिड गाड़ियां भारतीय बाजार में उतारेगी।