फोर्ड और रेनो के बीच हुई साझेदारी, विकसित करेंगी 2 छोटी इलेक्ट्रिक कारें
क्या है खबर?
फोर्ड मोटर्स और रेनो ने यूरोप में चीनी इलेक्ट्रिक कारों और वैन की बढ़ते दबदबे के खिलाफ साझेदारी की घोषणा की है। इसके तहत दोनों कंपनियां फोर्ड ब्रांड के तहत 2 छोटी और सस्ती इलेक्ट्रिक कारें विकसित करेंगी। भविष्य में इस साझेदारी का विस्तार वैन और अन्य वाणिज्यिक वाहनों को शामिल करने के लिए किया जाएगा। रेनो उत्पादन बढ़ाने, अपनी निर्माण क्षमता का बेहतर उपयोग करने और दोनों कंपनियों के लिए लागत कम करने में सक्षम होगी।
योजना
कब आएगी पहली इलेक्ट्रिक कार?
दोनों इलेक्ट्रिक कारें रेनो के एम्पीयर प्लेटफॉर्म पर आधारित होंगी, जिस पर रेनो 5, ट्विंगो, सीनिक सहित कई अन्य गाड़ियां बनाई गई हैं। इनको खास तौर पर यूरोपीय बाजार में उतारा जाएगा, क्योंकि यहां फोर्ड की हिस्सेदारी 2019 की 6.1 फीसदी की तुलना में घटकर 2025 में आधी 3.3 फीसदी पहुंच गई। इनमें से पहली गाड़ी 2028 की शुरुआत तक शोरूम में पहुंच जाएगी। इसका उत्पादन उत्तरी फ्रांस में रेनो के प्लांट में किया जाएगा।
कारण
इस कारण की गई साझेदारी
ट्रंप प्रशासन की ओर से इलेक्ट्रिक कार विकास सहायता में कटौती के कारण फोर्ड को आंतरिक दहन इंजन (ICE) और इलेक्ट्रिक पावरट्रेन दोनों में निवेश करने के लिए विकास लागत में वृद्धि का सामना करना पड़ा है। रेनो समूह के साथ साझेदारी से इलेक्ट्रिक वाहन पावरट्रेन विकास और प्लेटफॉर्म साझाकरण से निवेश में कमी आएगी। इसके साथ वह BYD, चांगान, एक्सपेंग और अन्य ब्रांडों की इलेक्ट्रिक कारों की बढ़ती चीनी आमद का बेहतर मुकाबला कर सकेंगे।