ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आसानी से पास कर पाएंगे टेस्ट, इन बातों का रखें ध्यान
वाहन चलाने के लिए एक वैध ड्राइविंग लाइसेंस (DL) का होना जरूरी है। इसके बिना पकड़े जाने पर ट्रैफिक पुलिस चालान काट सकती है। इसे आप ऑनलाइन या क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) में जाकर बनवा सकते हैं। इससे पहले आपको ड्राइविंग टेस्ट पास करना होता है, जो आसान नहीं है। छोटी-सी भूल के कारण आप टेस्ट में फेल हो सकते हैं, जिससे आपका DL अटक जाएगा। आइए जानते हैं ड्राइविंग टेस्ट देते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
टेस्ट देते समय रहें शांत
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट देते समय शांत रहने की कोशिश करें ताकि, आप कोई गड़बड़ी ना करें। इस दौरान अति या अल्प आत्मविश्वासी ना बनें और टेस्ट शुरू होने से पहले सभी बुनियादी बातों पर ध्यान दें, जो आपको प्रशिक्षण के दौरान सिखाई गई थी। इस दौरान शीशों की जांच करना, हैंडब्रेक और कार से बाहर निकलने से पहले चारों ओर देखना जरूरी है। टेस्ट के लिए जाने से पहले एक बार दोबारा से ड्राइविंग अभ्यास कर लेना चाहिए।
छोटी-सी भूल से अटक जाएगा लाइसेंस
कार स्टार्ट करने से पहले सीट बेल्ट पहनना अनिवार्य है। यह गलती अधिकारियों की नजर में आती है, तो आपका DL अटक सकता है। इसके अलावा ड्राइविंग टेस्ट वाले स्थान पर समय पर पहुंचे और ट्रैफिक संकेतों को ध्यान से पढ़कर जाएं। गाड़ी के इंडीकेटर्स का सही से इस्तेमाल करें और यू-टर्न लेने के लिए हाथ के इशारे का इस्तेमाल करें। साथ ही दोनों हाथों को स्टीयरिंग व्हील पर घड़ी के 9 और 3 बजे की स्थिति में रखें।
काफी मुश्किल होता है गाड़ी से 8 बनाना
8 बनाना: टेस्ट के दौरान गाड़ी पर कंट्रोल देखने के लिए टायर्स से 8 बनाने का टास्क दिया जाता है। कई बार लोग कार के फ्रंट पर फोकस करने की वजह से पिछले टायर पर ध्यान नहीं दे पाते हैं और वे कर्ब निशान से छू जाते हैं। गाड़ी कर्ब से दूर रहनी चाहिए। रिवर्स गाड़ी चलाना: टेस्ट के दौरान आपकी रिवर्स में गाड़ी चलाने का कौशल परखा जाता है। इस दौरान आपका ध्यान आगे के टायर्स पर होना चाहिए।
परखा जाता है पार्किंग कौशल
पैरेलल पार्किंग: इसमें आपको एक कार के बगल में अपनी गाड़ी को पार्क करना होता है। इस दौरान ध्यान रखें कि आपकी कार पास वाले वाहन से ना टकराए। ओवरटेक और जंक्शन स्टॉप: आपको ट्रैक पर रखे कोन से बचाते हुए गाड़ी चलानी पड़ती है और आगे रेड सिग्नल पर गाड़ी रोककर ग्रीन होने पर आगे बढ़ानी पड़ती है। हिल स्टॉप-होल्ड और स्टार्ट: इसमें आपको ढलान पर गाड़ी को रोकना और फिर उसे बिना फिसले आगे बढ़ाना होता है।
अब टेस्ट के लिए नहीं जाना होगा RTO
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 1 जून से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया को सरल बनाते हुए नियमों में बदलाव किया है। अब आप DL के लिए आवेदन करने के लिए RTO में धक्के खाने की बजाय ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा ड्राइविंग टेस्ट देने के लिए RTO नहीं जाना होगा। इसके बजाय अब किसी प्राइवेट ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर पर जाकर टेस्ट दे सकते हैं, जहां से जारी लाइसेंस एलिजिबिलिटी सर्टिफिकेट मान्य होगा।