
SUV में घटती चालकों की दृश्यता बनी खतरा, अध्ययन में हुआ खुलासा
क्या है खबर?
भले ही दुनियाभर में स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (SUVs) लोगों की पहली पसंद बन गए हैं, लेकिन सड़क पर चलने वाले के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं। एक शोध के अनुसार, ऊंचे और लंबे बोनट के कारण SUV चालकों की दृश्यता कम हो रही है, जिससे पैदल यात्रियों और साइकिल चलाने वालों की जान जा रही है। इसके अलावा, हैचबैक या सेडान कार से बड़ी-चौड़ी होने से ज्यादा जगह घेरने के कारण ट्रैफिक में बाधा पैदा कर रही हैं।
शोध
शोध में इन मॉडल्स का किया इस्तेमाल
हाईवे सेफ्टी इंश्योरेंस इंस्टीट्यूट (IIHS) के शोध से पता चला है कि 90 के दशक के बाद से आधुनिक SUV में चालकों की दृश्यता में 50 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई। अध्ययन में 6 मॉडल्स की 17 गाड़ियों का विश्लेषण कर पता लगाया कि पिछले सालों में ब्लाइंड स्पॉट कैसे बदले हैं। IIHS ने 1997 से 2023 तक फोर्ड F-150, शेवरले सबअर्बन, होंडा एकॉर्ड, होंडा CR-V, टोयोटा कैमरी और जीप ग्रैंड चेरोकी की प्रत्येक जनरेशन मॉडल का उपयोग किया।
कारण
हादसे के पीछे यह बताई वजह
अध्ययन में पाया गया कि जैसे-जैसे कारें बड़ी और स्टाइलिश होती गईं, उनके चालकों के लिए दृश्यता कठिन होती गई। शोध में यह भी कहा गया है कि ऊंचे हुड, बड़े शीशे और छोटी नोज पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों की सुरक्षा को कमजोर करते हैं। आंकड़ों के अनुसार, पिछले 25 सालों में पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों की मृत्यु दर में क्रमशः 37 और 42 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके लिए दृश्यता को बढ़ी वजह बताया है।
दृश्यता
गाड़ियों में कितनी घटी दृश्यता?
शोध में पाया गया कि 25 साल में 10 मीटर के दायरे में SUV के लिए चालकों की दृश्यता में 58 प्रतिशत तक की गिरावट आई। साथ ही फोर्ड F-150 में 17 प्रतिशत और होंडा CR-V में सबसे 68 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इस दौरान सेडान कारों की दृश्यता में सबसे कम बदलाव देखा गया। दृश्यता में सबसे कम कमी होंडा एकॉर्ड और टोयोटा कैमरी में देखी गई। इनमें बदलाव त्रुटि सीमा के भीतर ही रहा था।