कारों की बिक्री में मिल सकती है 20 फीसदी की बढ़त, अध्ययन में किया दावा
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी केयरएज ने एक अध्ययन में दावा किया गया है कि इस वित्तीय वर्ष में देश में कार बिक्री में रिकॉर्ड 18-20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में बताया कि इस महीने से मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स सहित अन्य कंपनियों की ओर से गाड़ियों की कीमत में इजाफा किए जाने से मांग में थोड़ी कमी भी आएगी। अध्ययन में अगले वित्तीय वर्ष में भी इसी तरह की बढ़त का अनुमान लगाया है।
यूटिलिटी वाहनों की बढ़ती मांग से हुआ बिक्री में इजाफा
केयरएज रिसर्च की निदेशक तन्वी शाह ने कहा कि भारतीय कार बाजार में SUV और MPV सहित यूटिलिटी वाहनों की मांग में वृद्धि देखी जा रही है। इसके अलावा, 2023 में कई वाहन निर्माताओं ने बड़े पैमाने पर कई नई गाड़ियां लॉन्च की हैं। साथ ही, इन नए मॉडल्स को ICE और इलेक्ट्रिक वाहन दोनों सेगमेंट में उतारा था। अध्ययन में कहा गया है कि देश में कुल EV बिक्री में इलेक्ट्रिक कारों का योगदान लगभग 6 प्रतिशत रहा है।
छोटी कारों की बिक्री में जारी रहेगी गिरावट
पिछले कुछ सालों से देश में छोटी कारों की मांग में गिरावट देखी जा रही है। भारतीय कार बाजार का प्रमुख आधार रहीं एंट्री-लेवल हैचबैक कारों की बिक्री में मंदी देखी जा रही है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि ऊंची ब्याज दरों और आर्थिक मुद्रास्फीति के कारण आने वाले महीनों में भी छोटी कारों की मांग में कमी जारी रहेगी। हालांकि, रेटिंग एजेंसी का दावा है कि प्रीमियम वेरिएंट की मांग अच्छी रहने की उम्मीद है।