कार और बाइक का फ्यूल टैंक हमेशा फुल रखना सही है या गलत?
क्या है खबर?
कार और बाइक चलाने वाले लोगों के बीच यह सवाल अक्सर रहता है कि फ्यूल टैंक हमेशा फुल रखना सही है या नहीं। कई लोग इसे अच्छी आदत मानते हैं, तो कुछ इसे नुकसानदायक बताते हैं। खासकर नए वाहन मालिक इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं। फ्यूल से जुड़ी यह आदत सीधे वाहन की परफॉर्मेंस से जुड़ी होती है। इसलिए यह समझना जरूरी है कि टैंक फुल रखने के फायदे क्या हैं और नुकसान क्या हो सकते हैं।
फायदे
फ्यूल टैंक फुल रखने के फायदे
फ्यूल टैंक को काफी हद तक भरा रखने से कुछ फायदे जरूर होते हैं। टैंक में कम फ्यूल होने पर हवा और नमी जमा हो सकती है, जिससे जंग लगने का खतरा बढ़ता है। फुल टैंक होने पर यह खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा, अचानक लंबी दूरी तय करनी पड़े तो पेट्रोल पंप खोजने की परेशानी नहीं होती। सर्दियों में भी फुल टैंक रखने से इंजन स्टार्ट करने में आसानी होती है।
नुकसान
हमेशा फुल टैंक रखने के नुकसान
फ्यूल टैंक हमेशा फुल रखना हर स्थिति में सही नहीं माना जाता है। ज्यादा फ्यूल होने से गाड़ी का वजन बढ़ जाता है, जिससे माइलेज पर असर पड़ सकता है। गर्म मौसम में टैंक पूरा भरा होने पर फ्यूल के फैलने से लीकेज या वाष्प बनने की समस्या आ सकती है। इसके अलावा, बार-बार फुल टैंक कराने से जरूरत से ज्यादा फ्यूल खर्च हो सकता है, जो जेब पर अतिरिक्त बोझ डालता है।
संतुलन
क्या है सही तरीका और संतुलन?
जानकारों के मुताबिक, फ्यूल टैंक न तो बिल्कुल खाली रखना चाहिए और न ही हर समय पूरा भरना जरूरी है। बेहतर है कि टैंक को एक-चौथाई से कम न होने दें और जरूरत के हिसाब से फ्यूल भरवाएं। इससे वाहन का माइलेज भी संतुलित रहता है और इंजन को भी नुकसान नहीं होता। रोजमर्रा की ड्राइविंग के लिए संतुलित मात्रा में फ्यूल रखना सबसे सही और सुरक्षित तरीका माना जाता है।