
एस्टन मार्टिन ने पेश की AMR23 कार, फॉर्मूला वन रेसिंग में लेगी हिस्सा
क्या है खबर?
लग्जरी कार बनाने वाली कंपनी एस्टन मार्टिन ने अपनी 2023 फॉर्मूला वन कार AMR23 को शोकेस कर दिया है। इसे कंपनी ने नए लुक के साथ अपडेट किया है।
कंपनी की यह गाड़ी आगामी फॉर्मूला वन रेसिंग में भाग लेगी, जो 5 मार्च से शुरू होने वाली है। पिछले साल AMR कार का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। इसे और बेहतर बनाने के लिए अपडेट किया गया है।
आइये जानते हैं इस बारे में क्या कुछ पता चला है।
बदलाव
पुराने मॉडल से कितनी अलग है AMR23?
AMR22 की तुलना में AMR23 में काफी बदलाव किए गए हैं। इसमें नए डिजाइन का फ्रंट विंग और फ्रंट लुक दिया गया है। इसके इंजन को सुरक्षा प्रदान करने के लिए इसमें एक नए इंजन कवर का इस्तेमाल किया गया है।
हालांकि, कंपनी रेस से पहले भी इस कार के डिजाइन में कुछ बदलाव कर सकती है। साथ ही इसमें फ्रंटल क्रैश बॉक्स के साथ कार्बन फाइबर मोनोकॉक बॉडी, बड़े एयर स्प्लिटर, एयर स्कूप और अलॉय व्हील्स भी हैं।
केबिन
AMR23 के केबिन में मिलते हैं ये फीचर्स
AMR23 में सिंगल सीटर केबिन दिया गया है, जिसमें एक चालक आराम से बैठ सकता है। इसमें नए डिजाइन का डैशबोर्ड देखने को मिलता है, जो काफी हद तक लड़ाकू विमान के कॉकपिट जैसा लगता है।
इसमें रेसिंग-टाइप बकेट सीट्स, जॉयस्टिक जैसा स्टीयरिंग व्हील, एडजस्टेबल पेडल बॉक्स, फोकल साउंड सिस्टम और तीन डिस्प्ले दिए गए हैं। चालक की सुरक्षा अन्य सुविधाओं के लिए इसमें चार पॉइंट वाला रेसिंग हार्नेस शामिल किया गया है।
भागेदारी
मौजूदा समय में ये कंपनियां होती हैं शामिल
वर्तमान समय में फॉर्मूला वन में केवल मर्सिडीज, फेरारी और रेनो की गाड़ियां शामिल होती हैं, जबकि इस साल के अंत में जापानी निर्माता होंडा के बाहर निकलने के बाद रेड बुल इसकी जगह लेगी।
दूसरी तरफ ऑडी और पोर्शे जैसी गाड़ियों की निर्माता फॉक्सवैगन ने भी कथित तौर पर फॉर्मूला वन में प्रवेश करने पर चर्चा की है। हालांकि, यह निर्णय 2026 तक इलेक्ट्रिक गाड़ियों में स्विच करने के नियम पर निभर करेगा।
न्यूजबाइट्स प्लस
फॉर्मूला वन भी कर रही इलेक्ट्रिक सेगमेंट की ओर रुख
लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय ऑटो रेसिंग फॉर्मूला वन भी अब इलेक्ट्रिक सेगमेंट की ओर अपना रुख करने वाली है।
F1 संचालक इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल फेडरेशन (FIA) ने बताया कि 2026 तक एक नई, सस्ती और अधिक पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक यूनिट पेश हो जाएगी और तब फॉर्मूला वन इलेक्ट्रिक सेगमेंट पर अधिक ध्यान देगी।
इस तरह FIA इलेक्ट्रिक वाहनों को अपना कर दुनिया को पर्यावरण के प्रति एक कड़ा संदेश भेजना चाहती है।