क्या इलेक्ट्रिक कारों से बेहतर हैं हाइब्रिड? जानिए क्या है वजह
देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण नई कार खरीदने वाले दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं। इलेक्ट्रिक कार अच्छा विकल्प है, लेकिन ज्यादा कीमत और देश में कमजोर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण इनकी तुलना में हाइब्रिड कार को लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। यही कारण है कि कार निर्माता भी ज्यादा हाइब्रिड मॉडल लाने पर काम कर रही हैं। आइये जानते हैं इलेक्ट्रिक की तुलना में हाइब्रिड कार पसंद किए जाने के पीछे क्या कारण हैं।
हाइब्रिड कार देती है ज्यादा माइलेज
हाइब्रिड कार बैटरी के साथ ICE इंजन से लैस होती है। यह बैटरी और पेट्रोल दोनों से चल सकती है। हाइब्रिड कारों का माइलेज इलेक्ट्रिक के मुकाबले बेहतर होता है। ये लंबी दूरी पर 25-30 किमी/लीटर का माइलेज देती हैं। जानकारों के मुताबिक, हाइब्रिड कारों की रनिंग कॉस्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल के मुकाबले कम होती है। इलेक्ट्रिक कार में चार्जिंग की समस्या रहती है, जबकि हाइब्रिड की बैटरी रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम या इंजन से संचालित जनरेटर से चार्ज हो जाती है।
चार्जिंग खत्म होने की नहीं रहती टेंशन
इलेक्ट्रिक कारों में कम चार्जिंग में रेंज की समस्या रहती है। हाइब्रिड कार में बैटरी चार्ज नहीं होती है तो आप इसे फ्यूल पर चला सकते हैं। हाइब्रिड कारों की बैटरी को CNG या सामान्य कारों की तुलना में कम रख-रखाव की जरूरत होती है क्योंकि, इसकी बैटरी को लंबे समय तक बेहतर चलने के लिए डिजाइन किया जाता है। इन गाड़ियों की रीसेल कीमत अक्सर पेट्रोल या डीजल कारों की तुलना में अधिक होती है।