लो मेंटेनेंस के साथ किफायती भी होते हैं एयर कूल्ड इंजन, ऐसे करता है काम
मोटरसाइकिलों में मिलने वाले एयर कूल्ड इंजन के बारे में तो हम सभी ने सुना है। आजकल की ज्यादातर मोटरसाइकिलों में यही इंजन देखने को मिलता है। यह सामान्य ऑयल इंजन से ना सिर्फ बेहतर होता है, बल्कि इसकी मेंटेनेस भी काफी किफायती होती है। पर क्या आप सच में जानते हैं कि एक एयर कूल्ड इंजन क्या है और यह कैसे काम करता है? इसलिए आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
कितने तरह के होते हैं इंजन?
भारत में मोटरसाइकिलों में मुख्य रूप से तीन तरह के इंजन इस्तेमाल होते हैं, जिसमें ऑयल, एयर कूल्ड और लिक्विड कूल्ड इंजन शामिल हैं। इन तीनों में से सबसे ज्यादा एयर कूल्ड इंजन का इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि यह हाई-कूलिंग लिक्विड इंजन से सस्ता होता है और ऑयल इंजन से बेहतर कूलिंग देता है। इस तरह एक मीडियम रेंज की बाइक के लिए एक बेहतर विकल्प के तौर पर आता है।
क्या होता है एयर कूल्ड इंजन?
जैसा कि नाम से पता चलता है इसमें हवा से इंजन के आस-पास के एरिया को ठंडा किया जाता है ताकि बाइक राइडिंग के दौरान यह ज्यादा गर्म ना हो। वहीं, इंजन सिलेंडर के चारों ओर फिन्स लगे होते हैं जो इंजन की ज्यादातर सतह को हवा के संपर्क में लाते हैं और इसके आस-पास ठंडी हवा को फैलाकर कूलिंग में मदद करते हैं। इससे लंबी राइडिंग के दौरान इंजन को लगातार ठंडा रखने में भी मदद मिलती है।
एयर कूल्ड इंजन के फायदे
एयर कूल्ड इंजन एक सिंपल डिजाइन वाला इंजन है, जिसमें रेडिएटर, कूलिंग जैक और कूलेंट नहीं होते। इससे यह हल्का हो जाता है और बाइक का कुल वजन कम करता है। साथ ही कम पार्ट्स की वजह से ये एक लो मेंटेनेंस वाला इंजन भी है। खास बात यह है कि यह ज्यादा ठंडे इलाके, जहां ऑयल इंजन और लिक्विड कूल्ड इंजन काम करना बंद कर देते है, वहां भी आसानी से काम करता है।
क्या हैं इसके नुकसान?
एयर कूल्ड इंजन होने का सबसे बड़ा नुकसान है कि यह मल्टी-सिलिंडर वाले इंजनों पर काम नहीं करता है। साथ ही बाइक की स्पीड की वजह से हवा का दबाव भी बदलता है, जिसका सीधा असर इसकी क्षमता पर पड़ता है। वैसे इलाके जहां का तापमान हमेशा ज्यादा होता है, वहां भी इस तरह के इंजन ज्यादा सफल नहीं हैं। इसके अलावा हाई-पावर वाली बाइक्स में इसका इस्तेमाल बहुत सीमित रह गया है।
किस तरह के बाइक्स में यूज होता एयर कूल्ड इंजन?
एयर कूल्ड वाले इंजनों का इस्तेमाल आमतौर पर स्कूटर, बाइक, छोटे जनरेटर जैसे एंट्री लेवल दोपहिया वाहनों के लिए किया जाता है। वहीं, कारों में इसका इस्तेमाल सिलेंडर हेड और ब्लॉक के तापमान को सामान्य बनाए रखने के लिए किया जाता है। भारत में TVS अपाचे RTR 160 4V, बजाज प्लसर, रॉयल एनफील्ड हिमालयन, रॉयल एनफील्ड 650 ट्विन और यामाहा FZS जैसी शानदार बाइकों में एयर कूल्ड इंजन देखने को मिलता है।