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अमेरिका के लॉस एंजिल्स में हिंसक प्रदर्शन के बीच सेना तैनात
अमेरिका के लॉस एंजिल्स में मरीन तेनात (तस्वीर: एक्स/@USNorthernCmd)

अमेरिका के लॉस एंजिल्स में हिंसक प्रदर्शन के बीच सेना तैनात

लेखन गजेंद्र
Jun 10, 2025
09:14 am

क्या है खबर?

अमेरिका के लॉस एंजिल्स में आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) की कार्रवाई के बाद शुरू हुए हिंसक प्रदर्शन से निपटने के लिए समुद्री सेना मरीन को तैनात किया गया है। CNN के मुताबिक, कैलिफोर्निया स्थित मरीन कॉर्प्स एयर ग्राउंड कॉम्बैट सेंटर से 700 से अधिक मरीन को लॉस एंजिल्स भेजा गया है। ये विरोध-प्रदर्शनों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे। ये सैनिक उन हजारों नेशनल गार्ड सदस्यों में शामिल होंगे, जिनको राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जबरन तैनात किया है।

प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार नहीं कर सकेगी मरीन

रिपोर्ट के मुताबिक, मरीन बटालियन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ क्या सख्त कदम उठाएगी, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। वे भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा स्थापित करने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। हालांकि, उन्हें नेशनल गार्ड्स की तरह गिरफ्तारी का अधिकार नहीं है। अमेरिकी नॉर्दर्न कमांड के अनुसार, लॉस एंजिल्स में तैनात मरीन 2 बटालियन, 7वीं मरीन, 1 मरीन डिवीजन के हैं, जिसका उद्देश्य टास्क फोर्स 51 को पर्याप्त संख्या में बल प्रदान करना है, ताकि संघीय एजेंसी को मदद मिले।

बयान

अमेरिकी रक्षा मंत्री और लॉस एंजिल्स के मेयर ने तैनाती पर क्या कहा?

अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने कहा कि संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों और संघीय भवनों के लिए बढ़ते खतरों के कारण, कैंप पेंडलटन से लगभग 700 सक्रिय-ड्यूटी अमेरिकी मरीन को लॉस एंजिल्स में तैनात किया जा रहा है। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों की रक्षा करना हमारा दायित्व है, भले ही (कैलिफोर्निया के गवर्नर) गैविन न्यूसम ऐसा न करें।' वहीं, गर्वनर न्यूसम ने मरीन तैनाती को अनुचित, अनपेक्षित और अभूतपूर्व बताया है।

ट्विटर पोस्ट

मरीन तैनात

हिंसा

लॉस एंजिल्स में क्यों हो रहे हिंसक प्रदर्शन?

लॉस एंजिल्स में ये विरोध प्रदर्शन ICE की ओर से की गई छापेमारी की कार्रवाई के विरोध में हो रहे हैं। छापे फैशन जिले में एक गोदाम को निशाना बनाकर मारे गए। अधिकारियों का आरोप है कि नियोक्ता ने श्रमिकों के लिए झूठे दस्तावेजों का इस्तेमाल किया है। इधर, प्रदर्शनकारियों ने ICE पर अत्यधिक बल प्रयोग करने तथा अप्रवासियों में भय पैदा करने का आरोप लगाया है। इस मामले में अब तक 145 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।