अमेरिका में अवैध प्रवासियों की तलाश शुरू, न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी के गुरुद्वारों में छापे
क्या है खबर?
अमेरिका के नवनियुक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के आदेश के बाद अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (DHS) ने तेजी दिखाना शुरू कर दिया है।
विभाग के अधिकारियों ने अवैध प्रवासियों की तलाश के लिए न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी के गुरुद्वारों का दौरा किया है और लोगों के पहचान पत्र देखे हैं।
कार्यवाहक DHS सचिव बेंजामिन हफमैन ने आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE), सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (CBP) प्रवर्तन को छापेमारी के दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
आदेश
छापेमारी पर DHS ने क्या कहा?
DHS के प्रवक्ता ने कहा कि यह कार्रवाई CBP और ICE के बहादुर पुरुषों और महिलाओं को आव्रजन कानूनों को लागू करने और आपराधिक विदेशियों को पकड़ने के लिए सशक्त बनाती है, जिसमें हत्यारे-बलात्कारी भी शामिल हैं, जो अवैध रूप से अमेरिका आए हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि अपराधी अब गिरफ्तारी से बचने के लिए स्कूलों-चर्चों में छिप नहीं पाएंगे, ट्रंप प्रशासन बहादुर कानून प्रवर्तन के हाथ नहीं बांधेगा, बल्कि उन पर सामान्य ज्ञान का उपयोग करने का भरोसा करेगा।
विवाद
छापेमारी के बाद विवाद शुरू
छापेमारी की आलोचना शुरू हो गई है। सिख संगठनों ने इस कदम पर नाराजगी जताई है। उनका मानना है कि ऐसी कार्रवाई उनके धार्मिक स्थलों की पवित्रता के लिए खतरा है।
रिपोर्ट्स से पता चला कि इन क्षेत्रों में कुछ गुरुद्वारों का उपयोग सिख अलगाववादी और अवैध प्रवासी सभा स्थल के रूप में कर रहे हैं।
पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के समय गुरुद्वारों जैसे पूजा स्थलों सहित "संवेदनशील" क्षेत्रों में प्रवर्तन कार्रवाइयों पर प्रतिबंध था, जिसे हटा दिया गया है।