बांग्लादेश चुनाव से पहले ट्रेन में आगजनी, 5 लोगों की मौत और कई घायल
बांग्लादेश में 7 जनवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले यहां एक यात्री ट्रेन में कथित तौर पर आग लगा दिए जाने से कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। खबर है कि शुक्रवार रात करीब 9:00 बजे राजधानी ढाका के गोपीबाग इलाके में बेनापोल एक्सप्रेस में आग लगा दी गई, जब ट्रेन ढाका स्टेशन की ओर बढ़ रही थी। आइए जानते हैं कि यह पूरा मामला क्या है।
क्या है मामला?
आरोप है कि 7 जनवरी को चुनाव से पहले ट्रेन में आगजनी लोगों को डराने और चुनावों में मतदान करने से रोकने के मकसद से की गई है। यहां की प्रमुख विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है। विपक्ष ने यहां चुनाव के लिए एक तटस्थ कार्यवाहक सरकार की मांग की है, जिसे प्रधानमंत्री शेख हसीना ने यह कहते हुए खारिज कर दिया गया कि संविधान में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है।
बांग्लादेश पुलिस प्रमुख बोले- जानबूझकर की गई आगजनी
द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेन में गोपीबाग इलाके में रात करीब 9:00 बजे आग लगी और रात 10:20 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया। इस ट्रेन में 292 यात्री सवार थे, जिनमें से कुछ भारतीय नागरिक भी थे। बांग्लादेश पुलिस प्रमुख अनवर हुसैन ने संदेह जताया कि जानबूझकर ट्रेन में आगजनी और तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई थी, जिसका उद्देश्य चुनाव से पहले लोगों को डराना था।
आग की चपेट में आकर 5 लोगों की मौत
बेनापोल एक्सप्रेस में आगजनी की सूचना के बाद 7 दमकल की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। दमकल विभाग के अधिकारी रकजीबुल हसन ने कहा कि पश्चिमी शहर जेसोर से राजधानी ढाका आ रही बेनापोल एक्सप्रेस के कम से कम 4 डिब्बों में आग की चपेट में आ गए थे। उन्होंने कहा कि मौके से 5 शव बरामद किए हैं और अन्य घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
बांग्लादेश चुनाव के लिए 100 अधिक विदेश पर्यवेक्षक नियुक्त
7 जनवरी को होने वाले आम चुनाव की निगरानी के लिए 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षक बांग्लादेश पहुंच गए हैं। इसमें भारत के चुनाव आयोग के 3 अधिकारी भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री हसीना ने जनता से आम चुनाव में मतदान करने की अपील की है। दूसरी ओर पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली BNP पार्टी ने सत्तारूढ़ आवामी लीग के शासन में स्वतंत्र या निष्पक्ष चुनाव न होने की आशंका जताते हुए चुनाव का बहिष्कार किया है।