डोनाल्ड ट्रंप जिस विमान से भारत आएंगे उसकी खासियत क्या है?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलेनिया ट्रंप अगले सप्ताह भारत आ रहे हैं। ट्रंप खास तौर से तैयार किए बोइंग 747-200B सीरीज के एयरक्राफ्ट में भारत पहुंचेंगे। इस विमान को 'एयरफोर्स वन' के नाम से भी जाना जाता है। यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका लिखा और अमेरिकी झंडा लगा यह विमान अमेरिका के राष्ट्रपति की पहचान बन चुका है। इस विमान में कुछ ऐसी खूबियां हैं, जो दुनिया में किसी दूसरे विमान में नहीं होगी।
विमान का इतिहास क्या है?
साल 1962 में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने राष्ट्रपति के लिए विशेष तौर पर तैयार किए गए बोइंग 707 में उड़ान भरी थी। आने वाले कई सालों में अलग-अलग विमानों का राष्ट्रपति की उड़ान के लिए इस्तेमाल किया गया।
इस विमान की खासियत क्या है?
किसी दूसरे बोइंग पैसेंजर विमान से उलट एयर फोर्स वन में हवा में ईंधन भरा जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस विमान की 'अनलिमिटेड रेंज' है और यह राष्ट्रपति को कहीं भी ले जा सकता है। अमेरिका में किसी तरह का हमला होने की स्थिति में यह विमान मोबाइल कमांड सेंटर के तौर पर काम कर सकता है। इस पर हर तरह के आधुनिक उपरकरण लगाए गए हैं, जो आपातकालीन स्थितियों में काम आ सकते हैं।
विमान का इंटीरियर कैसा है?
इस विमान को 'उड़ता हुआ ओवल ऑफिस' भी कहा जाता है। इसमें 4,000 स्क्वेयर फीट का इंटीरियर फ्लोर स्पेस है। इसमें राष्ट्रपति और उनके साथ सफर करने वाले लोगों के लिए तीन स्तरों पर इंतजाम किए गए हैं। विमान में मौजूद प्रेसिजेंट सुइट में एक बड़ा ऑफिस, टॉयलेट और कॉन्फ्रेंस रूम भी मौजूद है। इसमें एक मेडिकल यूनिट भी है, जिसे ऑपरेटिंग रूम के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें एक डॉक्टर हमेशा मौजूद रहता है।
900 किमी प्रतिघंटे से ज्यादा है विमान की स्पीड
एयरफोर्स वन में राष्ट्रपति के साथ सफर करने वाले सलाहकारों, सुरक्षा अधिकारियों, प्रेस और दूसरे मेहमानों के लिए क्वार्टर बने हुए हैं। इसके किचन में 100 लोगों को खाना खिलाने की क्षमता है। अगर यह विमान किसी सुदूर इलाके में उड़ान भरता है तो इसे जरूरी सुविधाएं देने के लिए कई कार्गो विमान इसके आगे उड़ान भरते हैं। इस विमान के लिए अमेरिकी एयर फोर्स ने VC-25A नाम दिया है। इसकी स्पीड 965 किमी प्रति घंटे की स्पीड है।
कौन करता है विमान का संचालन?
एयरफोर्स वन का रखरखाव और संचालन प्रेसिडेंसियल एयरलिफ्ट ग्रुप करता है। यह व्हाइट हाउस मिलिट्री ऑफिस का हिस्सा है। इस ग्रुप की शुरुआत 1944 में तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रुजवेल्ट के निर्देश पर हुई थी।