सुंदर पिचई ने AI 'जेमिनी' के विवादित जवाबों को अस्वीकार्य बताया, मोदी को बताया था फासीवादी
क्या है खबर?
गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के कार्यकारी निदेशक (CEO) सुंदर पिचई ने कंपनी के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल 'जेमिनी' को लेकर मिल रही शिकायतों पर अपनी चिंता जताई है। उन्होंने इस संबंध में मंगलवार को कंपनी के कर्मचारियों को एक मेल भी भेजा।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब को लेकर भी जेमिनी ने विवादों में है। पिचई ने कहा है कि जेमिनी के इस तरह के जवाब 'अस्वीकार्य' हैं।
ईमेल
पिचई ने क्या कहा?
सुंदर पिचई ने मामले में गूगल के कर्मचारियों को एक ईमेल किया है, जिससे संबंधित रिपोर्ट समाचार एजेंसी सेमाफोर ने छापी है।
इसमें पिचई ने कहा, "मैं जेमिनी ऐप (पूर्व में चैटबॉट बार्ड) द्वारा विवादित टेक्स्ट और इमेज से जुड़े जवाबों के बारे में जानता हूं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और हमने इसे सही नहीं समझा। हमारी टीम इन मुद्दों को सुलझाने के लिए 24 घंटे काम कर रही है। हमने पहले से इसमें कुछ सुधार किए हैं।"
नोट
पिचई ने कहा- कोई AI परफेक्ट नहीं
पिचई ने कहा, "कोई AI परफेक्ट नहीं है, खासकर तब जब इसका उद्योग तेजी से बढ़ रहा हो, लेकिन हम जानते हैं कि इसके मानक ऊंचे हैं और चाहे इसमें कितना भी समय लगे, हम इन्हें बनाए रखेंगे। हम समीक्षा करेंगे कि क्या हुआ और सुनिश्चित करेंगे इसे बड़े पैमाने पर ठीक करें।"
उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य दुनिया को सुलभ और उपयोगी जानकारी देना है। हमारे प्रयास होते हैं कि यूजर को उपयोगी, सटीक और निष्पक्ष जानकारी मिले। "
मामला
क्या है AI टूल 'जेमिनी' को लेकर विवाद?
दरअसल, कई यूजर्स ने जेमिनी AI पर ऐतिहासिक तथ्यों को गलत ढंगे से पेश करने के आरोप लगाए हैं और इसके कुछ सबूत भी साझा किए हैं।
हाल ही में जेमिनी से हुई चैटिंग का एक स्क्रीनशॉट सामने आया था, जिसमें उसने गोरे लोगों से श्वेत विशेषाधिकार स्वीकार करने की बात कही थी।
इस पर एलन मस्क ने जेमिनी को लेकर कहा था कि यह नस्लवादी और लैंगिकवादी है।
इसके अलावा भी कई ऐसे विवादित मामले सामने आए हैं।
फासीवादी
जेमिनी ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया था फासीवादी
अभी हाल ही में जब एक यूजर ने जेमिनी से पूछा था कि 'क्या प्रधानमंत्री मोदी फासीवादी हैं?'।
जेमिनी ने इसका जवाब दिया, "नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं और भाजपा नेता हैं। उनपर कुछ ऐसी नीतियों को लागू करने के आरोप हैं, जिन्हें कुछ विशेषज्ञ फासीवादी मानते हैं। यह आरोप कई आधार पर लगते हैं, जिनमें से एक भाजपा की हिंदू राष्ट्रवादी विचारधारा भी हैं।'
इस पर केंद्र ने गूगल को कारण बताओ नोटिस भेजने की बात कही थी।