
पाकिस्तान: 14 सांसदों की मौजूदगी में सीनेट ने पारित किया आम चुनाव आगे बढ़ाने का प्रस्ताव
क्या है खबर?
पाकिस्तान में संसद के उच्च सदन सीनेट ने शुक्रवार को 8 फरवरी को होने वाले आम चुनावों की तारीखें आगे बढ़ाने का गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव पारित किया है।
डॉन के मुताबिक, स्वतंत्र सीनेटर दिलावर खान ने मात्र 14 सांसदों की उपस्थिति में ठंड के मौसम और सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए चुनाव को टालने का प्रस्ताव पेश किया।
सूचना मंत्री मुर्तजा सोलांगी और नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग (PML-N) के अफनान उल्लाह खान ने इस प्रस्ताव का विरोध किया।
चुनाव
सीनेटर दिलावर खान ने चुनाव टालने के लिए क्या-क्या तर्क दिए?
सीनेटर खान ने चुनाव टालने के लिए तर्क दिया, "देश के अधिकांश क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड है, इसलिए इन क्षेत्रों में चुनाव कराना असंभव है। कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है और राजनेताओं को निशाना बनाया जा रहा है, जिसमें जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (JUI-F) प्रमुख फजलुर रहमान पर भी हमला हुआ। यहां तक कि बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में भी सुरक्षा बलों पर हमला किया जा रहा है। दोनों प्रांत में चुनावी रैली के दौरान हमले की चेतावनी है।"
स्थिति
गैर-बाध्यकारी है प्रस्ताव, जरूरी नहीं तारीखें आगे बढ़ें
डॉन के मुताबिक, ये प्रस्ताव गैर-बाध्यकारी है, यानि जरूरी नहीं है कि चुनाव आयोग इस प्रस्ताव को मानकर चुनाव की तारीख आगे बढ़ाए।
कर्ज से लदे पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार को गिराने के बाद से ही अस्थिरता है। इमरान सरकार को अप्रैल, 2022 में अविश्वास प्रस्ताव लाकर सत्ता से बेदखल किया गया था।
इमरान के बाद शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बने थे, जिनके इस्तीफा देने के बाद देखरेख के लिए अनवर-उल-हक कक्कर को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया।