पाकिस्तान के लाहौर में वायु प्रदूषण का स्तर 1,900 पर पहुंचा, भारत को दोषी ठहराया
पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की राजधानी और कराची के बाद आबादी के मामले में दूसरा सबसे बड़ा शहर लाहौर वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर से गुजर रहा है। लाहौर में शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 1,900 दर्ज किया गया, जो चिंताजनक है। सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए यह पाकिस्तान-भारत सीमा पर सबसे अधिक प्रदूषण स्तर है। यह आंकड़े प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir ने जारी किए हैं। इस तरह लाहौर विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों में शीर्ष पर है।
प्रदूषण को देखते हुए पाकिस्तान ने क्या उठाए कदम
प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने कुछ आपातकालीन कदम उठाए हैं। उसने शहरों में प्राथमिक विद्यालय एक सप्ताह के लिए बंद कर दिए हैं और अभिभावकों को सलाह दी है कि वे अपने बच्चों को मास्क पहनाएं। पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए आधे कार्यालय कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा है। शहरों के अस्पतालों को आपातकाल के लिए तैयार किया गया है।
पाकिस्तान ने भारत को ठहराया दोषी
औरंगजेब ने लाहौर में वायु प्रदूषण की स्थिति को "अप्रत्याशित" बताया तथा पड़ोसी देश भारत से आने वाली प्रदूषित हवाओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, "भारत के साथ बातचीत के बिना इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता। प्रांतीय सरकार पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के जरिए बातचीत शुरू करने की योजना बना रही है।" बता दें, लाहौर का धुंध संकट दिल्ली के समान है , जो ठंडे महीनों में तापमान गिरने से और बदतर हो जाता है।
भारत में क्या है स्थिति
भारत की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति अभी 'बहुत खराब' स्तर पर बनी हुई है। यहां के कुछ इलाकों को छोड़ दें तो AQI 400 तक पहुंच गया है। दिल्ली में वायु प्रदूषण को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत दूसरे चरण की पाबंदियों को लागू किया गया है। दिल्ली में दिवाली के बाद प्रदूषण के स्तर पर इजाफा हुआ है। सरकार की ओर से लगातार इस पर काम किया जा रहा है।