पुलवामा पर पाकिस्तान का दावा- भारत द्वारा दी गई 22 जगहों पर कोई आतंकी कैंप नहीं
आतंकवाद पर पूरी दुनिया में घिर चुका पाकिस्तान अब भी सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। वह हर बार आतंकवादियों पर कार्रवाई का वादा करता है और अंत में इसे पूरा करने की बजाय तरह-तरह के बहाने बनाने लगता है। अब पुलवामा आतंकी हमले के बाद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के वादे का भी कुछ ऐसा ही अंजाम हुआ है। गुरुवार को पाकिस्तान ने कहा है कि भारत द्वारा दी गई 22 जगहों पर कोई आतंकी कैंप नहीं है।
पाकिस्तान का दावा, जांच में नहीं मिला कोई आतंकी कैंप
पाकिस्तान ने विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने पुलवामा हमले के बाद भारत द्वारा दी गई 22 मुख्य जगहों की जांच कर ली है और वहां कोई भी आतंकी कैंप नहीं पाया गया है। पाकिस्तान ने दावा किया कि पुलवामा हमले के संबंध में जिन 54 लोगों को हिरासत में लिया गया था, उनके खिलाफ आगे कार्रवाई के लिए कोई सबूत नहीं मिले हैं। उसने बताया कि शुरुआती जांच के परिणामों को भारत के साथ साझा किया जा चुका है।
स्थानों पर दौरे की मंजूरी देने को तैयार पाकिस्तान
पाकिस्तान ने कहा है कि अगर मांग होती है तो वह इन स्थानों पर दौरे की मंजूरी देने को तैयार है। इस बीच उसने बताया कि सहयोग के अपने वादे पर अमल करते हुए पाकिस्तान ने बुधवार को अपनी शुरुआती जांच के परिणाम भारत के साथ साझा किए। इनके साथ पाकिस्तान ने भारत को कुछ सवाल भी भेजे हैं। पाकिस्तान का यह रवैया आतंकियों पर कार्रवाई टालने के उसके पुराने तरीकों से मेल खाता है।
एयर स्ट्राइक के बाद भारत ने सौंपा था डोजियर
भारत ने 27 फरवरी को नई दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त को आतंकवाद पर डोजियर सौंपा था। इसमें मौलाना मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के पुलवामा हमले में हाथ होने और उसके पाकिस्तान स्थित आतंकी अड्डों के बारे में पुख्ता जानकारी दी गई थी।
टकराव टालने के लिए पाकिस्तान ने कही थी आतंकियों पर कार्रवाई की बात
जैश के आतंकी आदिल अहमद डार ने 14 फरवरी को पुलवामा में CRPF के काफिले पर विस्फोटकों से लदी कार से हमला किया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। इसके जवाब में भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश के आतंकी ट्रेनिंग कैंप पर हमला किया था। इस बीच दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालत बन गए थे और पाकिस्तान ने इस टालने के लिए आतंकवादियों पर कार्रवाई की बात कही थी।