ओमिक्रॉन के नए सब-वेरिएंट XBB.1 ने बढ़ाई चिंता, इम्युनिटी को मात देने में सबसे अधिक सक्षम
हाल ही में पाए गए कोरोना वायरस के एक नए सब-वेरिएंट ने विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो सब-वेरिएंट्स से मिलकर बना XBB.1 नामक यह सब-वेरिएंट वैक्सीनों को चकमा देने में सक्षम है और इस मामले में अब तक का सबसे खतरनाक वेरिएंट है। इसके अलावा यह संक्रमण से पैदा हुई इम्युनिटी को भी मात दे सकता है। इसकी क्षमताओं को देखते हुए विशेषज्ञों ने इस पर करीबी नजर रखने और सावधान रहने को कहा है।
क्या है XBB.1 सब-वेरिएंट और ये कहां पाया गया?
हांगकांग के विशेषज्ञ डॉ गिलमैन सियु किट हांग के अनुसार, XBB.1 सब-वेरिएंट ओमिक्रॉन के BA.2.10 और BA.2.75 सब-वेरिएंट्स से मिलकर बना है। ये कैसे अस्तित्व में आया, अभी तक ये स्पष्ट नहीं है, लेकिन ये पहली बार सिंगापुर में पाया गया था। इसके बाद बांग्लादेश और नेपाल में भी इसके मामले सामने आए और अब ये हांगकांग भी पहुंच गया है। सिंगापुर में इसके कारण मामलों में तेज वृद्धि देखने को मिली है।
सिंगापुर में मामलों में कितना इजाफा हुआ है?
एक महीने पहले तक सिंगापुर में कोरोना वायरस से संक्रमण के औसतन 2,000 दैनिक मामले सामने आ रहे थे, जबकि पिछले एक हफ्ते के अंदर ये आंकड़ा बढ़कर 5,500 तक पहुंच गया है। देश में अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ी है, हालांकि मौतें स्थिर बनी हुई हैं और पिछले एक हफ्ते में एक दर्जन से कम लोगों की मौत हुई। सरकार ने अभी इसे चिंता का विषय नहीं बताया है।
विशेषज्ञों ने क्या कहा?
डॉ हांग के अनुसार, XBB.1 सब-वेरिएंट कोविड वैक्सीनों को मात देने के मामले में अभी तक पाए गए सभी वेरिएंट्स से अधिक सक्षम है। न्यूयॉर्क इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर राज नारायणन के अनुसार, दोनों स्ट्रेनों से मिले म्यूटेशन के संयोजन के कारण XBB.1 शायद अब तक का सबसे इम्युनिटी-रोधक वेरिएंट है। पेकिंग यूनिवर्सिटी और चांगपिंग लैब की स्टडी में भी नए वेरिएंट्स में XBB को इम्युनिटी को मात देने में सबसे अधिक सक्षम पाया गया है।
एंटीबॉडी उपचार के XBB.1 के खिलाफ कम प्रभावी होने की भी आशंका
विशेषज्ञों ने यह चिंता भी व्यक्त की है कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी उपचार XBB.1 जैसे नए वेरिएंट्स पर कम प्रभावी साबित हो सकता है। मिनेसोटा यूनिवर्सिटी के संक्रामक रोग अनुसंधान और नीति केंद्र (CIDRAP) के निदेशक डॉ माइकल ओस्टरहोम ने फॉर्च्यून से कहा, "हमने पहले (किसी अन्य वेरिएंट में) इम्युनिटी को मात देने की ऐसी क्षमता नहीं देखी है।" स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के संस्थापक एरिक टोपोल के अनुसार, इस समय XBB.1 वेरिएंट पर सबसे ज्यादा नजर रखने की जरूरत है।
न्यूजबाइट्स प्लस
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार, दुनियाभर में अब तक 62.26 करोड़ लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है। इनमें से 65.60 लाख लोगों की मौत हुई है। अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है और यहां अब तक 9.7 करोड़ मामले आ चुके हैं जिनमें से 10.63 लाख लोगों की मौत हुई है। 4.46 करोड़ मामलों और 5.28 लाख मौतों के साथ भारत दूसरे और 3.62 करोड़ मामलों और 1.56 मौतों के साथ फ्रांस तीसरे स्थान पर है।