कश्मीर के लोगों के समर्थन में किसी भी हद तक जाने को तैयार- पाकिस्तानी सेना प्रमुख
पाकिस्तान सेना प्रमुख ने कहा है कि पाकिस्ता सेना कश्मीर के लोगों को बचाने के लिए 'किसी भी हद तक' जाने को तैयार हैं। सेना प्रमुख की यह टिप्पणी भारत सरकार के उस कदम के बाद आई है, जिसमें जम्मू-कश्मीर को दिया गया विशेष दर्जा समाप्त किया है। इसके अलावा भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने का फैसला लिया है। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
कश्मीर के लोगों के संघर्ष में साथ- जनरल बाजवा
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने शीर्ष कमांडरों से बैठक के बाद कहा कि पाकिस्तानी सेना अंत तक कश्मीरी लोगों के संघर्ष में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, "इस जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए हम किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं।" भारत द्वारा कश्मीर को लेकर उठाए गए कदमों पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तानी सेना ने यह बैठक बुलाई थी। वहीं पाकिस्तान सरकार ने भारत की इस कार्रवाई को अवैध बताया था।
पाकिस्तानी सेना ने बुलाई थी अहम बैठक
पाकिस्तान के मंत्री ने दी युद्ध की धमकी
कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को समाप्त करने और इसे दो भागों में बांटने के भारत के फैसले के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान सरकार में विज्ञान और तकनीकी मंत्री फवाद चौधरी ने लिखा कि भारत कश्मीर को फिलिस्तीन बनाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने आगे लिखा कि सांसदों को बेकार के मुद्दों में उलझने की बजाय भारत का जवाब खून, पसीने और आंसू से देना होगा। अगर युद्ध होता है तो इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को लिखा पत्र
इससे पहले पाकिस्तान ने कश्मीर में हुए घटनाक्रम को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस को पत्र लिखा था। इसमें मांग की गई थी संयुक्त राष्ट्र (UN) जम्मू-कश्मीर में फैक्ट फाइडिंग टीम भेजकर वहां के हालातों का जायजा लें। UN महासचिव की ओर से सोमवार को बयान में कहा कि कश्मीर में लगे प्रतिबंधों की जानकारी ली गई है। क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पर लगातार नजर बनी हुई है। UN ने सभी पक्षों से संयम बरतने अपील की थी।
भारत ने कई देशों को सूचित किया
अनुच्छेद 370 से जम्मू-कश्मीर को मिलने वाले विशेष दर्जे को खत्म करने के अपने ऐतिहासिक फैसले के बारे में भारत सरकार ने दुनिया के कई देशों को सूचित किया है। भारत सरकार ने विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्यों को अपने इस फैसले की बारीकियों के बारे में बताया है। इस बीच पाकिस्तान ने अपने यहां भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया और भारत सरकार के इस फैसले पर विरोध दर्ज कराया
मुद्दे को UN ले जा सकता है पाकिस्तान
रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने UNSC के सदस्यों को सबसे पहले सूचित किया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि पाकिस्तान मामले को संयुक्त राष्ट्र (UN) ले जा सकता है। पाकिस्तान ने सोमवार को अपने यहां भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को तलब किया और जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार के फैसले पर "सख्त आपत्ति" जाहिर की। पाकिस्तान ने इस फैसले को अंतरराष्ट्रीय कानूनों और UNSC संकल्पों के खिलाफ बताया है।
विदेश सचिव विजय गोखले ने संभाली जिम्मेदारी
विदेश सचिव विजय गोखले और मंत्रालय के अन्य सचिवों ने अन्य देशों को इस घटनाक्रम के बारे में जानकारी देने का जिम्मा संभाला। उन्होंने UNSC के स्थाई सदस्यों अमेरिका, ब्रिटेन, चीन और रूस के साथ-साथ अन्य देशों के राजदूतों को इसके बारे में सूचित किया। इसके अलावा अन्य बड़े देशों जर्मनी, कनाडा, जापान और ASEAN देशों को भी फैसले की जानकारी दी गई। भारत ने इस्लामिक सहयोग संगठन के किसी भी देश को इस फैसले की जानकारी नहीं दी है।