
बांग्लादेश में हिंदू महिला के साथ बलात्कार के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन
क्या है खबर?
बांग्लादेश के कुमिला जिले में गत 26 जून को एक हिंदू महिला के साथ बलात्कार के बाद कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। यह मामला तब सामने आया जब महिला को निर्वस्त्र करके उस पर हिंसक हमला करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। स्थानीय नेता फजर अली (36) ने कथित तौर पर रात करीब 10 बजे पीड़िता के पीहर में घुसकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। इससे लोगों में रोष व्याप्त हो गया।
हमला
लोगों के हमले के बाद आरोपी नेता ने किया भागने का प्रयास
पीड़िता का पति दुबई में प्रवासी कामगार है और वह स्थानीय त्योहार के लिए अपने पैतृक घर जा रही थी, तभी यह घटना घटी। हालांकि, स्थानीय लोगों ने अली को पकड़कर पिटाई कर दी थी, लेकिन वह भागने में सफल हो गया। इसके बाद लोगों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दबिश देकर अली समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। कमिला के पुलिस प्रमुख नजीर अहमद खान ने बताया कि मारपीट में अली को कई चोटें आई हैं।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें विरोध प्रदर्शन का वीडियो
Urgent protest march by Hindu students at Dhaka University after the horrific rape of a Hindu girl in Muradnagar, Comilla last night. The Islamist rapist must face justice and the harshest punishment. Silence is not an option! #StopHinduGenocideInBangladesh #JusticeForHindus pic.twitter.com/yAaGGkm82f
— Voice of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@VHindus71) June 29, 2025
आदेश
कोर्ट ने दिया वायरल वीडियो को हटवाने का आदेश
घटना के दौरान पीड़िता के मदद की गुहार लगाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस जघन्य कृत्य का विरोध करते हुए ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों ने बलात्कार के विरोध में परिसर में मार्च निकाला, जबकि अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए समर्पित जगन्नाथ हॉल छात्रावास के निवासियों ने न्याय की अपील करते हुए जुलूस निकाला। इस बीच, हाई कोर्ट ने अधिकारियों को वीडियो को हटवाने और पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश दिया है।
दबाव
घटना से सरकार पर बढ़ा अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का दबाव
पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने दोषियों के लिए सख्त सजा की मांग की है। अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे और उनके पूर्व सलाहकार साजिब अहमद वाजेद ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ भीड़ के हमलों और हिंसा की बढ़ती घटनाओं के लिए मुहम्मद यूनुस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। आरोपी अली खालिदा जिया के नेतृत्व वाली BNP का ही सदस्य बताया जा रहा है।