भेष बदलकर मोनालिसा की दुर्लभ पेंटिंग खराब करने की कोशिश, पकड़ा गया आरोपी
क्या है खबर?
फ्रांस की राजधानी पेरिस में लोग उस समय हैरत में पड़ गए जब एक बूढ़ी औरत के भेष में आए एक व्यक्ति ने अपनी व्हीलचेयर से कूद कर मोनालिसा की प्रसिद्ध पेंटिंग पर केक लगा दिया।
मोनालिसा की केक लगी पेंटिंग के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से वायरल हो रहे हैं।
आरोपी पेंटिंग को नुकसान पहुंचाना चाहता था, लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हुआ क्योंकि पेंटिंग को एक बुलेट प्रूफ ग्लास के अंदर रखा गया था ।
घटना
क्या है पूरा मामला?
पेरिस के लौवर संग्रहालय में रखी मोनालिसा की पेंटिंग पर एक व्यक्ति ने केक लगा कर उसे खराब करने की कोशिश की। आरोपी शख्स महिला का भेष बनाकर संग्रहालय में घुसा था।
संग्रहालय ने पेंटिंग को बुलेट प्रूफ ग्लास के अंदर रखा था, जिस कारण से केक कांच की दीवार पर टकरा कर रह गया, इसलिए केक से पेंटिंग को कोई नुकसान नहीं हुआ।
संग्रहालय
संग्रहालय मे लोग रह गए दंग
संग्रहालय में मौजूद लोगों ने बताया कि एक शख्स जिसे लोग महिला समझ रहे थे, वो काफी देर से अपनी व्हीलचेयर पर संग्रहालय में घूम रहा था, तभी अचानक से वह अपने व्हीलचेयर से उठ कर मोनालिसा की पेंटिंग पर लगे सुरक्षा ग्लास को तोड़ने का प्रयास करने लगा।
जब वह कांच तोड़ने में असफल रहा तो उसने केक को पेंटिंग की तरफ फेंका और उसे कांच के उपर फैला दिया।
वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल पेंटिंग का केक लगा वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि किस प्रकार मोनालिसा की पेटिंग के ऊपर केक लगा हुआ है और एक कर्मचारी इसे साफ करने की कोशिश कर रहा है।
आरोपी ने केक के साथ-साथ गुलाब की कुछ पंखुड़िया भी जमीन पर फैला दीं।
सुरक्षाकर्मियों के पहुंचने पर शख्स को हिरासत में लिया गया। वीडियो में सुरक्षाकर्मी शख्स और व्हीलचेयर को ले जाते हुए दिख रहे हैं।
जानकारी
आरोपी ने लोगों से पृथ्वी के बारे में सोचने की कहा
प्लेज टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी शख्स को जब सुऱक्षाकर्मियों द्वारा ले जाया जा रहा था तो उसने फ्रेंच में लोगो को संबोधित करते हुए कहा, "कुछ लोग पृथ्वी को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, पृथ्वी के बारे में सोचें।"
न्यूजबाइट्स प्लस
किसने बनाई मोनालिसा की पेंटिंग?
बता दें कि मोनालिसा की पेंटिंग को इटली के मशहूर चित्रकार लिओनार्डो दा विंची ने बनाया था ।
मोनालिसा की पेंटिंग को बनाने की शुरुआत 1503 ईसवीं में हुई थी और सिर्फ पेंटिंग के होंठों को बनाने में 12 साल का वक्त लगा था ।
इस रहस्यमयी पेंटिंग की मुस्कान को देखकर आम लोगों के साथ साथ बड़े-बड़े शोधकर्ता भी ख्यालों में डूब जाते हैं।