
जापान: हत्या के झूठे आरोप में जेल में काटे 50 साल, अब मिलेंगे 12.4 करोड़ रुपये
क्या है खबर?
जापान में 89 वर्षीय इवाओ हाकामाडा 50 साल बाद जेल से रिहा हो रहे हैं। उन्हें हत्या के मामले में मौत की सजा मिली थी, लेकिन आरोप झूठे साबित होने के बाद उन्हें रिहा किया जा रहा है।
हाकामाडा की रिहाई के लिए उनके परिवार ने काफी लंबी लड़ाई लड़ी। मामला झूठा साबित होने पर अब उन्हें जापानी सरकार 217 मिलियन येन यानी 12.8 करोड़ रुपये का मुआवजा देगी।
यह देश में अब तक की सबसे बड़ी आपराधिक क्षतिपूर्ति है।
घटना
क्या है मामला?
जापानी बॉक्सर हाकामाडा वर्ष 1966 में एक मिसो प्रोसेसिंग प्लांट में कार्यरत थे। तभी उनके मालिक, उनकी पत्नी और उनके 2 बच्चों के शव टोक्यो के शिजुओका में घर से बरामद हुए।
घर में आग लगी थी और सभी की हत्या चाकू घोंपकर की गई थी। पुलिस ने हाकामाडा पर चारों की हत्या करने, घर में आग लगाने और पैसे चुराने का आरोप लगाया।
उन्होंने पहले घटना से इंकार किया, लेकिन बाद में पुलिस के दबाव में कबूलनामा लिखवाया गया।
लड़ाई
परिवार ने लड़ी लंबी लड़ाई
हाकामाडा के वकीलों ने कोर्ट में बताया था कि मृतकों के कपड़ों से मिले खून के नमूनों और हाकामाडा के खून के नमूनों का DNA अलग है, लेकिन तर्क नामंजूर हुए। वर्ष 1968 में उन्हें मौत की सजा दी गई।
काफी लंबी लड़ाई के बाद 2014 में उनको जमानत मिल गई, लेकिन मुकदमा चलता रहा। इस बीच हाकामाडा अपनी 91 वर्षीय बहन हिडेको के साथ रहे।
उनकी बहन ने उनको बेगुनाह साबित करने के लिए जी-जान लगा दिया।