हरियाणा के रहने वाले युवक की अमेरिका में हत्या, नकाबपोश हमलावर ने मारी गोली
अमेरिका के लॉस एंजेलिस में शनिवार को एक नकाबपोश हमलावर ने गोली मारकर एक भारतीय युवक की हत्या कर दी। 31 वर्षीय मनिंदर सिंह साही हरियाणा के करनाल का रहने वाला था और अमेरिका में एक स्टोर पर काम करता था। उसकी शादी हो चुकी थी और वो दो बच्चों का पिता था। पुलिस के अनुसार, हमलावर लूट के इरादे से आया था। उनसे मनिंदर को गोली क्यों मारी, ये बात अभी तक साफ नहीं है।
अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल हुआ था मनिंदर
करनाल के उपलाना स्थित डेरा साईयांवाले का रहने वाला मनिंदर छह महीने पहले अमेरिका में अवैध रूप से दाखिल हुआ था। अमेरिका जाने का अपना सपना पूरा करने के लिए उसने 23 लाख रुपये दिए थे और अपनी पांच एकड़ में से डेढ़ एकड़ जमीन बेच दी थी। मई, 2019 में अपने दोस्त जगजोत के साथ वो जंगल के रास्त अमेरिका में दाखिल हुआ था। लेकिन वहां उन दोनों को पकड़ कर जेल भेज दिया गया।
18 लाख का बांड भरकर जेल से बाहर आया मनिंदर
मनिंदर 18 लाख रुपये का बांड भरकर जेल से बाहर आया था और लॉस एंजेलिस की व्हिटिएर सिटी में एक डिपार्टमेंटल स्टोर में बतौर क्लर्क काम कर रहा था। वहीं उसका दोस्त जगजोत भी जेल में है। NDTV के अनुसार, मनिंदर ने अमेरिका से राजनीतिक शरण मांगी थी। मनिंदर अपने घर में कमाने वाला एकमात्र शख्स था और अपनी पत्नी और दो बच्चों को पैसे भेजता रहता था। उसका एक भाई भी अमेरिका में रहता है।
चोरी करने के इरादे से आए नकाबपोश ने मारी मनिंदर को गोली
पुलिस के अनुसार, शनिवार सुबह 5:43 बजे जब मनिंदर अपनी ड्यूटी पर था, तभी एक नकाबपोश बंदूक के साथ स्टोर में दाखिल हुआ और मनिंदर की गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर ने अपने चेहरे पर रूमाल बांधा हुआ था। शुरूआती जांच में सामने आया है कि हमलावर चोरी करने के उद्देश्य से स्टोर में आया था और किसी कारण से मनिंदर को गोली मार दी। हमलावर अभी फरार है और पुलिस ने उसकी एक तस्वीर जारी की है।
पुलिस ने कहा, अश्वेत युवक था हमलावर
पुलिस ने अपने बयान में कहा, "हमले के बाद संदिग्ध घटनास्थल से फरार हो गया। हमले के समय दो ग्राहक स्टोर में मौजूद थे और दोनों को कोई चोट नहीं आई है। संदिग्ध एक अश्वेत युवक है।"
शव को भारत भेजने के लिए पैसे इकट्ठा कर रहा भाई
इस बीच अमेरिका में रहने वाले मनिंदर के भाई ने उसके शव को भारत भेजने के लिए पैसा इकट्ठा करने के लिए एक पेज बनाया है। इस पर उसने लिखा है, 'मनिंदर के पीछे उसके माता-पिता, उसकी पत्नी और पांच और नौ साल के दो छोटे बच्चे रह गए हैं। मैं उसके शव को भारत वापस भेजने के लिए मदद मांग रहा हूं ताकि उसकी पत्नी और बच्चे आखिरी बार उसे देख सकें।'