कोरोना वायरस: सबसे तेज इजरायल, जानें कैसे लगाई 10 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन
क्या है खबर?
कोरोना वायरस की वैक्सीन आने के बाद कई देशों में इसका वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। इन्हीं देशों में से एक है इजरायल जो अपने बेहद तेज वैक्सीनेशन के कारण राष्ट्रीय सुर्खियों में बना हुआ है।
देश में अब तक लगभग 10 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन लगाई जा चुकी है और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देशवासियों से महामारी से सबसे पहले उबरने का वादा किया है।
इजरायल इतनी तेज वैक्सीनेशन करने में कैसे कामयाब हुआ है, आइए आपको बताते हैं।
आंकड़े
सबसे पहले जानें इजरायल में क्या है वैक्सीनेशन की स्थिति
इजरायल में 20 दिसंबर को फाइजर की वैक्सीन का वितरण शुरू हुआ था और अब तक 10 प्रतिशत से अधिक आबादी को इसकी कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है।
ये आंकड़ा दूसरे नंबर पर काबिज बहरीन से तीन गुना अधिक है। वहीं अमेरिका में अभी एक प्रतिशत से भी कम जनसंख्या को वैक्सीन लगाई गई है और यूरोप में भी कुछ ऐसा ही हाल है।
इजरायल में रोजाना 1.5 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
कम जनसंख्या
कम जनसंख्या इजरायल के लिए बड़ी राहत
अब बात तेज वैक्सीनेशन की और इसमें कम जनसंख्या इजरायल के लिए एक बड़ी राहत बनकर उभरी है। देश की 90 लाख आबादी है और इससे आबादी के प्रतिशत वैक्सीनेशन में वह अन्य देशों से आगे नजर आता है।
उदाहरण के तौर पर लगभग 33 करोड़ की आबादी वाले अमेरिका को 10 प्रतिशत आबादी के वैक्सीनेशन के लिए 3.3 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगानी पड़ेगी, वहीं इजरायल मात्र 9 लाख लोगों को वैक्सीन लगा ये मुकाम हासिल कर सकता है।
श्रमशक्ति
अधिक श्रमशक्ति से भी मिली तेज वैक्सीनेशन में मदद
श्रमशक्ति (कर्मचारियों की संख्या) ने भी इजरायल की सफल और तेज वैक्सीनेशन प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई है। देश में 18 साल से अधिक उम्र के हर शख्स के लिए सरकार से संबंधित इंश्योरेंस एजेंसियों में पंजीकरण कराना जरूरी है और वैक्सीनेशन के प्रक्रिया में उनका इस्तेमाल किया गया है।
इसके अलावा सेना के स्वास्थ्यकर्मियों को भी बुलाया गया है और इससे भी तेज और सफल वैक्सीनेशन में मदद मिली है।
जानकारी
डिजिटल स्वास्थ्य व्यवस्था ने भी दिया अहम योगदान
डिजिटल स्वास्थ्य व्यवस्था भी इजरायल के तेज वैक्सीनेशन में एक अहम कारक बनकर उभरी है। देश की स्वास्थ्य व्यवस्था कोरोना वायरस महामारी से पहले से ही डिजिटल थी और अब वैक्सीनेशन के दौरान उसे इसका फायदा मिला है।
अभियान
वैक्सीन विरोधी सूचनाओं को रोकने के लिए चलाया अभियान
तेज और सफल वैक्सीनेशन के लिए नागरिकों को योगदान सबसे अहम है और इजरायल की सरकार ने इस दिशा में भी कई कारगर कदम उठाए हैं।
सरकार ने सोशल मीडिया समेत तमाम प्लेटफॉर्म्स पर वैक्सीन विरोधी सूचनाओं को रोकने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया और फेसबुक से ऐसे चार समूहों को हटाने का अनुरोध किया जो लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन के बारे में भ्रमित कर रहे थे।
जानकारी
नागरिकों को प्रोत्साहित करने के लिए लाया गया 'ग्रीन पासपोर्ट'
इजरायल सरकार ने नागरिकों को वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ग्रीन पासपोर्ट की सुविधा भी शुरू की है। ये दस्तावेज ऐसे लोगों को दिया जाएगा जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है। ऐसे लोग स्वतंत्रता पूर्वक घूम सकेंगे और वे क्वारंटाइन से भी मुक्त होंगे।
महामारी की स्थिति
इजरायल में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
इजरायल ने हाल ही में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना किया है और इस दौरान देश में दैनिक मामलों की संख्या 5,000 से अधिक पहुंच गई थी। हालांकि तीसरे आंशिक लॉकडाउन की मदद से इजरायल इन्हें नीचे लाने में कामयाब रहा है और अभी राहत की स्थिति है।
कुल मामलों की बात करें तो इजरायल में अब तक 4.20 लाख से अधिक लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 3,325 लोगों की मौत हुई है।