कोरोना वायरस: मृतकों की संख्या 10 लाख पार, जानिये दुनियाभर का हाल
कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा 10 लाख से अधिक हो गया है। चीन से शुरू हुआ यह खतरनाक वायरस दुनिया के लगभर हर देश को अपनी चपेट में ले चुका है। अभी तक 3.33 करोड़ लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। कुछ देशों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है तो कई देशों में एक बार नियंत्रण के बाद फिर से संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है।
वैक्सीन आने तक हो सकती है 20 लाख मौतें- WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में चेताया था कि कोरोना वायरस की प्रभावी वैक्सीन आने तक इसके कारण मरने वालों का आंकड़ा 20 लाख हो सकता है। पिछले कुछ दिनों में भारत समेत कई देशों में नए मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। भारत में संक्रमितों की आधिकारिक संख्या 61 लाख से ज्यादा हो गई है। दुनियाभर में केवल अमेरिका ऐसा देश है, जहां कोरोना वायरस के भारत से ज्यादा मामले हैं।
भारत और ब्राजील में कम नहीं हो रही संक्रमण की रफ्तार
भारत में इस महीने लगातार कई दिनों तक रोजाना 90,000 से ज्यादा लोगों में संक्रमण की पुष्टि होती आई है। संक्रमण की तेज रफ्तार के बावजूद भारत में कोरोना वायरस मृत्यु दर 2 प्रतिशत से भी कम बनी हुई है और यह लगातार घट रही है। दूसरी तरफ लैटिन अमेरिका में ब्राजील 1.40 लाख मौतों के साथ सर्वाधिक प्रभावित बना हुआ है। 47 लाख से ज्यादा संक्रमितों के साथ यह तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।
इन देशों में भी तेजी से बढ़ रहे मामले
अर्जेंटीना में भी बीते कुछ दिनों से नए संक्रमितों की संख्या में तेज इजाफा हो रहा है। इसी तरह शुरुआती दौर में महामारी के हॉटस्पॉट रहे मध्य-पूर्व के देश फिर एक बार महामारी की चपेट में आते दिख रहे हैं। इराक में रोजाना मिलने वाले नए मरीजों की संख्या 4,000 से ऊपर पहुंच गई है, जो कोरोना वायरस की शुरुआत के बाद से अब तक की सर्वाधिक हैं। इंडोनेशिया में भी संक्रमितों की संख्या तेजी से ऊपर जा रही है।
अफ्रीका में 14 लाख से ज्यादा मामले
अफ्रीका की बात करें तो यहां 14 लाख से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। यहां टेस्टिंग भी काफी धीमी है, जिस कारण संक्रमितों की असल संख्या सामने नहीं आ पा रही है। यहां दक्षिण अफ्रीका और इजिप्ट सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं।
यूरोप में संक्रमण की रफ्तार ने फिर पकड़ी गति
स्पेन और फ्रांस आदि यूरोपीय देशों में कोरोना संक्रमण एक बार फिर अपने पैर फैलाने लगा है। कई इलाकों में संक्रमण इतनी तेज रफ्तार से फैल रहा है कि दोबारा लॉकडाउन लागू करना पड़ा है। एक बार ढील दिए जाने के बाद फिर से लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जा रही है। यूरोपीय देशों के साथ-साथ अन्य देशों में भी लॉकडाउन हटने के बाद संक्रमण की रफ्तार तेज हुई है।
रूस, पेरू, कनाडा में भी बढ़े मामले
बीबीसी के अनुसार, हालिया दिनों में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद इजराइल ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया है। इसके अलावा रूस, पेरू, दक्षिण कोरिया और कनाडा में भी मामले बढ़े थे, जिसके बाद फिर से पाबंदियां लागू की गईं।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में कैसे हैं हालात?
70 लाख से ज्यादा संक्रमितों के साथ अमेरिका दुनिया का सबसे बुरी तरह प्रभावित देश बना हुआ है। दुनिया में हर पांचवा कोरोना संक्रमित व्यक्ति अमेरिकी है। जुलाई में दूसरी लहर के साथ मामले बढ़ने के बाद अगस्त में यहां संक्रमण की रफ्तार धीमी हुई थी, लेकिन अब यह फिर से बढ़ती हुई दिख रही है। यहां अब तक दो लाख से ज्यादा लोगों की इस खतरनाक वायरस के कारण मौत हो चुकी है।
साल के अंत तक अमेरिका में हो सकती हैं 3.70 लाख मौतें
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी का अनुमान है कि साल के अंत तक कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में कम से कम 3.70 लाख मौतें हो सकती हैं। हालांकि, अगर 95 प्रतिशत अमेरिकी मास्क पहनना शुरू कर दें तो यह आंकड़ा कम होकर 2.73 लाख रह सकता है।
WHO ने 11 मार्च को की थी महामारी घोषित
सांस लेने में परेशानी पैदा करने वाला यह वायरस सबसे पहले पिछले साल के अंत में चीन के वुहान में पाया गया था। इसके बाद इसने धीरे-धीरे लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया। इस साल के पहले महीने से यह चीन से निकलकर दूसरों देशों तक पहंच गया। भारत में 30 जनवरी को पहला मामला सामने आया था। 11 मार्च को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे महामारी घोषित किया।