ऐप्स पर बैन लगने पर भड़का चीन, कहा- अपनी गलती सुधारे भारत
लद्दाख में चीन की नापाक हरकतों को देखते हुए भारत ने उस पर आर्थिक हमले तेज कर दिए हैं। गत माह टिक-टॉक सहित 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगाने के बाद अब भारत ने उनके क्लोन के रूप में चल रहे 47 अन्य चीनी ऐप्स पर भी बैन लगा दिया है। इस पर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। चीन ने कहा है कि भारत के कदम से चीनी कंपनियों के हितों और वैधानिक अधिकारों को नुकसान पहुंचा है।
भारत को सुधारनी चाहिए अपनी गलती- जी रोंग
इंडिया टुडे के अनुसार चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा है कि भारत के इस कदम से चीनी कंपनियों के हितों और वैधानिक अधिकारों को नुकसान पहुंचा है। भारत सरकार की जिम्मेदारी है कि वह भारत में चीनी कारोबारियों सहित बाजार के सिद्धांतों के तहत विदेशी निवेशकों के अधिकारों की सुरक्षा करे। उन्होंने कहा कि भारत ने जानबूझकर चीनी ऐप पर बैन लगाया है। ऐसे में अब नियमों को देखते हुए भारत को अपनी गलती सुधारनी चाहिए।
चीन के प्रवक्ता ने भारत को दी चेतावनी
चीन के प्रवक्ता रोंग ने कहा भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि चीन की सरकार हमेशा चीनी एंटरप्राइजेज से अंतरराष्ट्रीय नियमों और स्थानीय नियमों का पालन करने के लिए कहती रही है। चीन और भारत के बीच व्यावहारिक सहयोग दोनों के लिए ही फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि जानबूझकर इस सहयोग में बाधा डालना भारत के हितों की भी पूर्ति नहीं करेगा। चीन अपनी कंपनियों के अधिकारों की सुरक्षा करने के लिए जरूरी कदम उठाएगा।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने जारी नहीं की है 47 प्रतिबंधित ऐप की सूची
बता दें कि भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने क्लोन के रूप से में चल रहे 47 चीनी ऐप्स पर बैन लगाने की घोषणा की है, लेकिन अभी तक उनकी सूची जारी नहीं की गई है। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार बैन किए गए 47 चीनी क्लोन ऐप्स में टिक-टॉक लाइट, हेलो लाइट, शेयरइट लाइट, बिग लाइव लाइट और VFY लाइट शामिल हैं। सूची जारी होने के बाद ही बैन किए गए अन्य ऐप्स का पता चल सकेगा।
भारत ने तैयार की 275 संदिग्ध ऐप्स की सूची
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत सरकार चीन के लगभग 275 ऐप्स पर नजर रखे हुए है और प्राइवेसी और राष्ट्रीय सुरक्षा के उल्लंघन के लिए उनकी जांच की जा रही है। इन ऐप पर चीनी एजेंसियों के साथ डाटा साझा करने का शक है और जल्द ही इन ऐप्स के भविष्य पर फैसला लिया जा सकता है। इनमें अलीबाबा, शाओमी और टेनसेंट जैसी बड़ी कंपनियों के ऐप्स भी शामिल हैं। टेनसेंट का PUBG गेम भी इस सूची में शामिल है।
जिन ऐप्स में चीनी कंपनियों का निवेश, उनकी भी जांच कर रही सरकार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार उन ऐप्स की भी जांच कर रही है जो चाइनीज नहीं है, लेकिन उनमें चीनी कंपनियों का निवेश है। ऐसे ऐप्स में पेटीएम जैसा बेहद चर्चित ऐप भी शामिल है जिसमें कई बड़ी चीनी कंपनियों का निवेश है। गौरतलब है कि अमेरिका भी टिकटॉक समेत कई चाइनीज ऐप पर बैन लगाने पर विचार कर रहा है। इन ऐप्स पर चीनी सरकार के साथ डाटा साझा करने का आरोप है।
29 जून को भारत ने बैन किए थे 59 चाइनीज ऐप्स
बता दें कि भारत ने 29 जून को टिक-टॉक, हेलो, शेयरइट, UC न्यूज, UC ब्राउजर, लाइकी, Mi कम्युनिटी, न्यूजडॉग और कैम स्कैनर जैसे 59 चाइनीज ऐप पर बैन लगा दिया था। भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए हानिकारक गतिविधियों में शामिल होने का शक होने पर इन ऐप्स पर बैन लगाया था। भारत सरकार ने इन ऐप्स को अपना पक्ष रखने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया था। हालांकि, निकट भविष्य में बैन हटने की संभावना नहीं है।