
3,000 वाहनों से भरा मालवाहक जहाज आग लगने के बाद प्रशांत महासागर में डूबा
क्या है खबर?
लंदन स्थित कंपनी का एक मालवाहक जहाज आग लगने के कुछ सप्ताह बाद उत्तरी प्रशांत महासागर में डूब गया। इस जहाज में 3,000 से अधिक इलेक्ट्रिक और अन्य वाहन थे, जो मेक्सिको जा रहा था। बता दें कि कुछ सप्ताह पहले जहाज में आग लगने के बाद चालक दल के सदस्यों ने आपात स्थिति बताते हुए इसे छोड़ दिया था। हालांकि, उसके बाद भी इसकी आग को नहीं बुझाया जा सकता था आखिर में यह समुद्र में समा गया।
हादसा
कैसे हुआ था यह हादसा?
जहाज की प्रबंधन कंपनी जोडियाक मैरीटाइम के अनुसार, 2006 में निर्मित यह लाइबेरियाई मॉर्निंग मिडास नामक जहाज 26 मई को चीन के यंताई तट से 3,000 नए वाहन लेकर मेक्सिको के लाजारो कार्डेनास जा रहा था। इसमें 800 इलेक्ट्रिक वाहन थे। कंपनी ने बताया कि 600 फुट लंबे इस मालवाहक जहाज में 3 जून को अलास्का तट से लगभग 300 मील दूर अचानक आग लग गई थी। जिसके बाद चालक दल के 22 सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया था।
परिणाम
आग लगने से हुए नुकसान के बाद समुद्र में समाया जहाज
अमेरिकी तट रक्षक प्रवक्ता ने बताया कि आग की लपटों के कारण हुए नुकसान, खराब मौसम और पानी के रिसाव के कारण जहाज अलास्का में एलेउटियन द्वीप श्रृंखला से 415 मील दूर समुद्र में 16,404 फीट गहराई में डूब गया। उन्होंने बताया कि आग की सूचना के बाद तट रक्षक ने आग बुझाने के लिए एयरक्रू और एक कटर जहाज भेजा था, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। ऐसे में आखिर में जहाज को समुद्र में ही छोड़ दिया गया था।
खतरा
समुद्र में नहीं है प्रदूषण का कोई बड़ा खतरा
अमेरिकी तट रक्षक प्रवक्ता ने बताया कि घटना के बाद कोई दृश्यमान प्रदूषण नहीं था। अमेरिकी तट रक्षक के पास प्रदूषण के किसी भी संकेत के मामले में प्रतिक्रिया देने के लिए वर्तमान में जहाज तैयार हैं। उन्होंने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए 2 बचाव दलों को उस क्षेत्र के पास तैनात किया गया है, ताकि किसी भी प्रदूषण या मलबे को नियंत्रित किया जा सके। प्रबंधन कंपनी अतिरिक्त सहायता के लिए प्रदूषण प्रतिक्रिया वाहन भी भेजेगी।