कनाडा में सामने आया स्वाइन फ्लू के दुर्लभ वायरस से संक्रमण का मामला
कनाडा में स्वाइन फ्लू बीमारी के दुर्लभ स्ट्रेन H1N2 वायरस से संक्रमण का मामला सामने आया है। देश के एक प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अल्बर्टा प्रांत के एक शख्स को इस स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया है। विभाग का कहना है कि ये अपनी तरह का एक ही मामला प्रतीत होता है और फिलहाल के लिए राज्य के निवासियों के कोई बड़ा खतरा नहीं है।
अक्टूबर में सामने आया था संक्रमण का मामला, मरीज अब ठीक
अल्बर्टा के स्वास्थ्य विभाग ने मामले पर जारी अपने बयान में बताया है कि संबंधित व्यक्ति को मध्य अक्टूबर में संक्रमित पाया गया था और ये प्रांत में इस मौसम में सामने आया इंफ्लुएंजा का इकलौता मामला है। विभाग के अनुसार, संक्रमित व्यक्ति में हल्के इंफ्लुएंजा जैसे लक्षण थे। ये लक्षण दिखने के बाद उसका तत्काल टेस्ट किया गया। अधिकारियों ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति जल्द ही ठीक हो गया था और वह अभी स्वस्थ्य है।
वायरस कहां से आया, ये पता लगाने की कोशिश कर रहे अधिकारी
स्वास्थ्य अधिकारी अभी ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ये वायरस कहां से आया और कहीं ये फैल तो नहीं गया है। उनके अनुसार, अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे साबित हो कि वायरस फैल गया है।
H1N1 वायरस से अलग है H1N2 वायरस, आसानी से नहीं फैलता
H1N2 एक दुर्लभ प्रकार का स्वाइन फ्लू वायरस है और अक्सर इसे लोग H1N1 वायरस समझ बैठते हैं जो स्वाइन फ्लू का एक और वायरस है और गंभीर बीमारी पैदा कर सकता है। हालांकि इन दोनों वायरसों में बहुत अंतर है और यहां H1N1 आसानी से एक इंसान से दूसरी इंसान में फैल सकता है, वहीं H1N2 में ऐसे बहुत कम मामले सामने आते हैं। 2005 से अब तक दुनियाभर में इसके मात्र 27 मामले सामने आए हैं।
संक्रमित सूअरों के संपर्क में आने से फैलता है H1N2 वायरस
कनाडा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, H1N2 स्ट्रेन खाद्य पदार्थों से संबंधित बीमारी नहीं है और सूअर का मांस या इससे संबंधित अन्य पदार्थ खाने से ये इंसानों में नहीं फैलता है। वहीं देश की मुख्य जन स्वास्थ्य अधिकारी थेरेसा टैम ने ट्वीट करते हुए कहा, 'ये इंसानों में दुर्लभ प्रकार का फ्लू है जो मुख्यतौर पर संक्रमित सूअरों के संपर्क में आने से फैलता है और एक इंसान से दूसरे इंसान में आसानी से नहीं फैलता।'
H1N1 वायरस के कारण 2009-10 में आई थी वैश्विक महामारी
गौरतलब है कि स्वाइल फ्लू का नाम सुनते ही लोगों के मन में सबसे पहले H1N1 वायरस आता है क्योंकि ये वायरस 2009-10 में कोरोना वायरस से पहले की अंतिम वैश्विक महामारी का कारण बना था। अमेरिकी रोग नियंत्रण और निवारण केंद्र (CDC) के अनुसार, इस महामारी के पहले साल में 1.51 लाख से 5.75 लाख के बीच लोगों की मौत हुई थी। इस महामारी पर एक साल के अंदर की काबू पा लिया गया था।