अफगानिस्तान: कंधार की शिया मस्जिद में बम धमाका, 16 लोगों की मौत
क्या है खबर?
अफगानिस्तान के कंधार में शुक्रवार को एक जोरदार धमाका हुआ है, जिसमें 16 लोगों की मारे जाने और 32 लोगों के घायल होने की खबर है।
अधिकारियों ने बताया कि कंधार शहर के पुलिस जिले 1 में स्थित शिया समुदाय की बीबी फातिमा मस्जिद में यह धमाका हुआ है।
शहर में शिया समुदाय की यह सबसे बड़ी मस्जिद है और शुक्रवार होने के कारण धमाके के समय बड़ी संख्या में लोग नमाज पढ़ने के लिए मौजूद थे।
घटना
तीन धमाके सुने गए- प्रत्यक्षदर्शी
घटनास्थल से आ रही तस्वीरों में मस्जिद की टूटी खिड़कियां और घायल लोगों को देखा जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने तीन धमाके सुनने की बात कही है, जिसमें से एक मुख्य द्वार पर हुआ था। माना जा रहा है कि इस्लामिक स्टेट खोरासन (ISIS-K) के आत्मघाती हमलावर ने इस हमले को अंजाम दिया था।
तालिबान की स्पेशल फोर्सेस ने इलाकों को घेर लिया है और लोगों से घायलों की मदद के लिए रक्तदान की अपील की है।
हमला
बढ़ सकता है मृतकों का आंकड़ा
समाचार एजेंसी AFP ने एक डॉक्टर के हवाले से लिखा है कि धमाके में कम से कम सात लोग मारे गए हैं और 15 घायल हुए हैं। उनके अस्पताल में सात शव और 13 घायलों को लाया जा चुका है।
सूत्रों ने बताया कि अस्पतालों में घायलों का आना जारी है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
जानकारी
तालिबान ने की धमाके की पुष्टि
तालिबान प्रवक्ता बिलाल करीमी ने धमाके की पुष्टि करते हुए कहा कि इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने इस बारे में और कोई जानकारी नहीं दी। वहीं प्रांतीय काउंसिल के अधिकारियों ने सात लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।
अफगानिस्तान
पिछले शुक्रवार को भी हुआ था धमाका
पिछले शुक्रवार को भी कुंदुज शहर की एक मस्जिद में आत्मघाती हमला किया गया था, जिसमें 50 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और करीब 100 लोग घायल हुए थे।
यहां भी शिया समुदाय के नमाजियों को निशाना बनाया गया था।
अफगानिस्तान में हालिया महीनों का यह सबसे खूनी हमला था, जिसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।
धमाके के बाद तालिबानी सरकार ने दोषियों की जल्द गिरफ्तारी और कड़ी सजा देने की बात कही थी।
अफगानिस्तान
तालिबान के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है इस्लामिक स्टेट
तालिबान ने अगस्त के मध्य में काबुल पर कब्जा कर लिया था। तभी से इस्लामिक स्टेट खोरासन उसके लिए चुनौती बना हुआ है।
ISIS-K ने ही निकासी अभियान के दौरान काबुल हवाई अड्डे के बाहर बम धमाके किए थे, जिसमें अमेरिकी सैनिकों समेत लोगों की मौत हुई थी।
उसके बाद से यह अफगानिस्तान में कई हमलों को अंजाम दे चुका है। इस संगठन ने इस साल अफगानिस्तान और पाकिस्तान में कई मस्जिदों, धार्मिक स्थलों और अस्पतालों में हमले किए हैं।