बांग्लादेश: चिन्मय कृष्ण के वकील पर हमले के बाद किसी ने नहीं की पैरवी, टली सुनवाई
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे। अब लोगों ने गिरफ्तार हिंदू नेता और इस्कॉन सदस्य चिन्मय कृष्ण दास के वकील को पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया है इस्कॉन इंडिया ने बताया कि चिन्मय का कोर्ट में बचाव कर रहे बांग्लादेशी वकील रमेन रॉय पर इस्लामवादियों ने हमला किया है। वह ICU में भर्ती हैं। हमले के बाद चिन्मय के बचाव में कोई वकील सामने नहीं आया, जिससे सुनवाई टल गई है।
घर में तोड़फोड़ की
इस्कॉन इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने बताया कि रमेन रॉय का एकमात्र 'कसूर' कोर्ट में चिन्मय कृष्ण प्रभु का बचाव करना था। उन्होंने बताया कि इस्लामवादियों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उन पर बेरहमी से हमला किया, जिससे वह अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रॉय पर हमला इसलिए किया गया क्योंकि वे चिन्मय का पक्ष ले रहे थे। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए बढ़ते खतरों पर चिंता जताई।
एक महीने के लिए टली जमानत पर सुनवाई
मंगलवार को चिन्मय कृष्ण दास की जमानत को लेकर चटगांव की कोर्ट में सुनवाई होनी थी। इस दौरान वकील रमेन रॉय को बहस के लिए हाजिर होना था। उससे पहले हिंसक लोगों ने सोमवार रात उनके घर में हमला कर उनको खूब पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल में भर्ती हैं। मंगलवार को अन्य वकीलों ने चिन्मय की ओर से पेश होने से इनकार कर दिया, जिसके बाद सुनवाई 2 जनवरी तक टल गई।
25 नवंबर को ढाका हवाई अड्डे से गिरफ्तार हुए हैं चिन्मय कृष्ण दास
इस्कॉन सदस्य चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ आवाज उठा रहे थे और लगातार आंदोलन कर रहे थे, जिसके बाद उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ। 25 नवंबर को ढाका हवाई अड्डे से चटगांव जाते समय उनको विशेष खुफिया पुलिस ने हिरासत में लिया और जेल भेज दिया। कोर्ट ने उनकी जमानत रद्द कर दी है। चिन्मय के समर्थन में बांग्लादेश में हिंदुओं ने प्रदर्शन किया तो उनको पीटा गया।