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बांग्लादेश ने हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर भारत की चिंताओं को किया खारिज, दिया अहम बयान
बांग्लादेश ने हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर भारत की चिंताओं को किया खारिज

बांग्लादेश ने हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर भारत की चिंताओं को किया खारिज, दिया अहम बयान

Dec 28, 2025
06:43 pm

क्या है खबर?

बांग्लादेश ने रविवार को देश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर भारत द्वारा उठाई गई चिंताओं को खारिज कर दिया। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हिंदू अल्पसंख्यकों समुदाय के सदस्यों से जुड़ी हाल की हिंसात्मक घटनाएं पूरी तरह से अलग-थलग आपराधिक कृत्य है और इसे व्यवस्थित उत्पीड़न के उदाहरण नहीं माना जा सकता है। बता दें कि भारत ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों को व्यवस्थित उत्पीड़न करार दिया है।

बयान

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने क्या दिया बयान?

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, 'बांग्लादेश सरकार सांप्रदायिक सद्भाव की बांग्लादेश की दीर्घकालिक परंपरा को गलत तरीके से प्रस्तुत करने वाली किसी भी गलत और बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत की गई बातों को स्पष्ट रूप से खारिज करती है।' मंत्रालय ने आगे कहा, 'छिटपुट आपराधिक घटनाओं को हिंदुओं के व्यापक उत्पीड़न के सबूत के रूप में पेश करने के व्यवस्थित प्रयास किए जा रहे हैं। यह पूरी तरह गलत है।'

आरोप

बांग्लादेश ने लगाया शत्रुता भड़काने का आरोप

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया कि इस तरह की बातों को चुनिंदा रूप से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है और गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है ताकि बांग्लादेश, उसके लोगों और भारत में स्थित उसके राजनयिक मिशनों के खिलाफ शत्रुता भड़काई जा सके। मंत्रालय ने कहा कि दीपू चंद्र दास की मौत की घटना को अल्पसंख्यक उत्पीड़न के नजरिए से पेश करना पूरी तरह से भ्रामक है और यह तथ्यात्मक नहीं है।

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चेतावनी

विदेश मंत्रालय ने भारत को दी यह चेतावनी

बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने भारत में हितधारकों से भ्रामक बयानबाजी फैलाने से परहेज करने का आह्वान किया और चेतावनी दी कि इस तरह की कार्रवाइयां दोनों देशों के बीच अच्छे पड़ोसी संबंधों और आपसी विश्वास को कमजोर कर सकती हैं। बता दें कि भारत ने 18 दिसंबर को मयमनसिंह में दीपू (27) की पीट-पीटकर हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि वह दोषियों को सजा मिलने की उम्मीद करता है।

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