अलास्का से आने वाली गर्म हवाओं से पिघले ग्लेशियर, ज़हरीले धुएँ से लोगों का जीना मुश्किल
क्या है खबर?
चारों तरफ़ बर्फ़ की चादर से ढँके अलास्का में भयानक ठंड पड़ती है, लेकिन आग लगने से गर्म हवाओं की वजह से ग्लेशियर पिघलने शुरू हो गए हैं।
इस वजह से नदियों का जलस्तर भी अप्रत्याशित रूप से बढ़ रहा है।
बता दें कि पाँच जून को स्वान लेक के जंगलों में आग लगी थी, जिससे अब तक लगभग 68,000 एकड़ जंगल जल चुका है।
वहीं, आग से निकलने वाले ज़हरीले धुएँ ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।
चेतावनी
बुज़ुर्गों और बीमारों को घर के अंदर रहने की सलाह
नेशनल वेदर सर्विस (NWS) ने एंकोरेज में (जहाँ लगभग 40% अलास्कावासियों के घर हैं) चेतावनी जारी की है।
NWS ने बाहर की गतिविधियों पर रोक लगाने के साथ-साथ बुज़ुर्गों और बीमारों को घर के अंदर रहने की सलाह दी है।
उत्तरी इलाक़े में स्थित फ़ायरबैंक्स में दमकल कर्मियों ने दो क्षेत्रों को ख़ाली करा लिया है और शोवल क्रिक में लगी आग की वजह से लोगों को जल्द से जल्द इलाक़ा ख़ाली करने की चेतावनी भी दी है।
अलास्का
अलास्का के जंगल में 354 जगहों पर लगी है आग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राज्य और संघीय अग्नि प्रबंधकों के अनुसार, रविवार को अलास्का के जंगल में 354 जगहों पर आग लगी है, जिसकी चपेट में जंगल का 4,43,211 एकड़ क्षेत्र आया है।
ख़बरों के अनुसार, आग से सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाक़ा केनाइ नेशनल वाइल्ड लाइफ़ रिफ़्यूज है।
डेनाली नेशनल पार्क और आर्कटिक नेशनल वाइल्ड लाइफ़ रिफ़्यूज जैसी मुख्य जगहें भी भयंकर आग की चपेट में हैं।
हालात
आग की वजह से हालात और बिगड़ गए
अलास्का सेंटर फ़ॉर क्लाइमेट असेसमेंट एंड पॉलिसी के फ़ायरबैंक्स स्थित पर्यावरणविद रिक थोमन ने कहा, "एंकरेज में जून में रिकॉर्ड गर्मी देखने को मिली है, जो अलास्का के लिए काफ़ी गर्म वसंत था।"
थोमन ने आगे कहा, "पूरे अलास्का में गर्म हवाएँ जीना मुश्किल कर रही हैं। मई की शुरुआत में ही बर्फ़ पिघलनी शुरू हो गई थी, लेकिन जंगलों से निकली आग की वजह से यहाँ के हालात और बिगड़ गए हैं।
जानकारी
बाढ़ के क़रीब पहुँच गया है जलस्तर
NWS ने कहा कि पिघलने वाले ग्लेशियर और पर्वतीय हिमपात दक्षिण-मध्य अलास्का के एक बड़े भू-भाग में नदियों और नालों में बह रहे हैं। प्रवक्ता बॉब रे ने कहा, रविवार को एंकोरेज के उत्तर-पश्चिम में येंटना नदी में जलस्तर बाढ़ के क़रीब पहुँच गया है।