इराक: दो भीषण आत्मघाती हमलों से दहल उठा बगदाद; 28 की मौत और 73 घायल
इराक की राजधानी बगदाद गुरुवार को हुए दो भीषण आत्मघाती हमलों के धमाकों से दहल उठी। दोनों घटनाओं में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई तथा करीब 73 लोग घायल हो गए। मृतक और घायलों की संख्या में अभी और इजाफा होने की संभावना है। आत्मघाती हमलावरों ने खुद को सैन्यकर्मियों से घिरा देखकर विस्फोटक से उड़ा दिया। धमाकों की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। सुरक्षाकर्मियों ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है।
हमलावरों ने पहन रखी थी विस्फोटक से भरी जैकेट
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार इराक के आंतरिक मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि दो आत्मघाती हमलावरों ने विस्फोटकों से भरी जैकेट पहन रखी थी। एक ने बीमार होने का नाटक कर मध्य बगदाद के बाजार में लोगों की भीड़ को एकत्र कर लिया। भीड़ जुटने के बाद विस्फोटक में धमाका कर दिया। हादसे के बाद जब राहत कार्य के लिए जब अन्य लोगों की भीड़ जुटी तो दूसरा हमलावर भी वहां पहुंच गया और खुद को विस्फोटक से उड़ा दिया।
तारायन स्क्वॉयर तक सुनाई दी धमाकों की आवाज
आंतरिक मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों ने मध्य बगदाद के कमर्शियल सेंटर के पास खुद को विस्फोटकों से उड़ाया था। धमाकों की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनकी आवाज तारायन स्क्वॉयर तक सुनाई दी। अधिकारियों ने बताया कि धमाकों में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 73 लोग घायल हो गए हैं। घायलों का नजदीकी अस्पताल में उपचार चल रहा है। मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
यहां देखें धमाके का वीडियो
किसी भी आतंकी संगठन ने नहीं लगी हमले की जिम्मेदारी
बगदाद ऑपरेशंस कमांड के बयान में कहा गया है कि पूरे इलाके को सेना ने घेर लिया है और घायलों को अस्पताल में पहुंचा जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सेना हमला कराने वाले संगठन का पता लगाने में जुटी है। घायलों की मदद के लिए राजधानी क्षेत्र के सभी चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों को तैनात किया गया है। घायलों को बचाने के प्रयास जारी हैं।
जनवरी 2018 के बाद सबसे बड़ा हमला
बगदाद ऑपरेशंस कमांड के अनुसार इराक में बहुत दिनों बाद कोई आत्मघाती हमला हुआ था, लेकिन इन हमलों ने माहौल को फिर से गरमा दिया है। इससे पहले जनवरी 2018 में टायरेन स्क्वायर पर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया था। उस हमले में भी करीब 30 लोगों की मौत हुई थी। उसके बाद से यह सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले आतंकी संगठन IS द्वारा इराक में हमले कराए जाते रहे हैं।
चुनाव से पहले हुआ हमला
बगदाद में हुए हमले ने इराकी सरकार की चुनाव तैयारियों को बड़ा झटका दिया है। साल 2018 में भी इराक के संसदीय चुनावों के आखिरी दौर के मतदान के कुछ समय पहले हुआ था। प्रधान मंत्री मुस्तफा अल-कदीमी ने 2019 के व्यापक विरोध प्रदर्शनों के जवाब में इस साल जून में चुनाव कराने की घोषणा की थी, लेकिन मतदाताओं और नई पार्टियों के पंजीयन के लिए इन्हें अक्टूबर तक बढ़ा दिया है। हमलों को चुनावों से जोड़ा जा रहा है।