अमेरिका: 30 साल तक फ्रीज रहे भ्रूण से अब पैदा हुए जुड़वां बच्चे, बना नया रिकॉर्ड
क्या है खबर?
मेडिकल साइंस के क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिस पर यकीन करना आपके लिए थोड़ा मुश्किल होगा।
अमेरिका में आज से करीब 30 साल पहले 22 अप्रैल, 1992 को 128 डिग्री सेंटीग्रेड पर लिक्विड नाइट्रोजन में जमाए गए भ्रूण से अब जुड़वां बच्चे पैदा हुए हैं।
इतने लंबे समय तक भ्रूण को जमाकर रखना और उससे स्वस्थ बच्चों को जन्म देने का यह एक नया रिकॉर्ड है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, 31 अक्टूबर, 2022 को चार बच्चों की मां रेशेल रिजवे ने लिडिया एन और टिमोथी रोनाल्ड रिजवे नामक जुड़वां बच्चों को जन्म दिया।
इस बात से रेशेल और पिता फिलिफ रिजवे बेहद खुश और उत्साहित हैं कि उन्होंने 30 साल पुराने भ्रूण से सफलतापूर्वक बच्चों के जन्म से नया रिकॉर्ड बनाया है
बता दें, इससे पहले 2020 में इसी प्रक्रिया से 27 साल पहले जमे हुए भ्रूण से बच्चे का जन्म हुआ था।
बयान
अजीब कैटेगरी में नाम देखकर भ्रूण का किया गया था चयन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिता फिलिफ रिडवे ने कहा, "हमने इस भ्रूण को अजीब नाम की कैटेगरी में देखकर लिया था, जिसका मतलब था कि भ्रूण को लेने वालों का ढूंढना मुश्किल है।"
उन्होंने कहा, "ये भ्रूण जब तैयार हुए थे, उस वक्त मैं सिर्फ पांच साल का था। इसका मतलब है कि ये हमारे सबसे छोटे बच्चे होने के साथ-साथ सबसे पुराने बच्चे भी हैं। मैं और मेरी पत्नी बेहद खुश हैं कि हमारे बच्चों ने नया रिकॉर्ड बनाया है।"
मकसद
दूसरे विवाहित जोड़े के लिए भ्रूण को किया गया था दान
राष्ट्रीय भ्रूण दान केंद्र (NEDC) के मुताबिक, 30 साल पुराने भ्रूण से जन्में लिडिया एन और टिमोथी रोनाल्ड रिजवे ने अब तक सबसे ज्यादा पुराने भ्रूण से पैदा होने का नया रिकॉर्ड बनाया है।
30 साल पहले एक अज्ञात विवाहित जोड़े ने इस भ्रूण को तैयार किया था, जिसे अमेरिका के एक फर्टिलिटी लैब में 2007 तक रखा गया।
इसके बाद यह NEDC को दान कर दिया था ताकि दूसरा विवाहित जोड़ा इसका इस्तेमाल कर सकें।
संगठन
न्यूजबाइट्स प्लस
NEDC एक निजी विश्वास-आधारित संगठन है जो दान किए गए भ्रूण को मां के गर्भ में आरोपित कर IVF के जरिए बच्चे पैदा करने में मदद करती है। अभी तक इसने दान किए गए भ्रूण से 1,200 से ज्यादा शिशुओं को जन्म देने में मदद की है।
वहीं IVF की सफलता को बढ़ाने के लिए प्रजनन से जुड़े क्लीनिक कई तरह की स्क्रीनिंग प्रक्रिया को अपनाकर भ्रूण आरोपित करने का सबसे सुरक्षित तरीका तलाशने में जुटे हैं।