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    बिना फ़्यूज हुए 118 सालों से जल रहा है यह बल्ब, गिनीज़ बुक में नाम शामिल

    बिना फ़्यूज हुए 118 सालों से जल रहा है यह बल्ब, गिनीज़ बुक में नाम शामिल

    लेखन प्रदीप मौर्य
    Sep 24, 2019
    09:15 pm

    क्या है खबर?

    पहले लोग घर में उजाला करने के लिए तेल के दीपक और मोमबत्ती का इस्तेमाल करते थे।

    बिजली के अविष्कार के बाद बल्ब का भी अविष्कार हुआ। आजकल हर जगह रोशनी करने के लिए बल्ब लगाया जाता है।

    कुछ बल्ब लंबे समय तक चल जाते हैं, जबकि कुछ जल्दी ही फ़्यूज हो जाते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे बल्ब के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पिछले 118 सालों से बिना फ़्यूज हुए लगातार जल रहा है।

    गिनीज़ बुक

    गिनीज़ बुक में दर्ज हो चुका है बल्ब का नाम

    दरअसल, बाज़ार में मिलने वाले ज़्यादातर बल्ब पर 1-2 साल की गारंटी मिलती है, जबकि कुछ बल्ब पर तो मिलती भी नहीं है।

    बिना गारंटी वाले बल्ब जल्दी ही फ़्यूज हो जाते हैं, लेकिन इस दुनिया में एक ऐसा बल्ब भी है, जो पिछले 118 सालों से लगातार जल रहा है, उसके बाद भी अब तक फ़्यूज नहीं हुआ है।

    इसी ख़ासियत की वजह से बल्ब का नाम गिनीज़ बुक में भी दर्ज हो चुका है।

    इतिहास

    पहली बार 1901 में जलाया गया था बल्ब

    जानकारी के लिए बता दें कि इस अनोखे बल्ब को सेंटेनियल नाम से जाना जाता है। कैलिफ़ोर्निया के लिवरमोर शहर के दमकल केंद्र में लगे इस बल्ब को शेल्बी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी ने बनाया था।

    इस बल्ब को पहली बार 1901 में जलाया गया था। तब से लेकर आज तक यह बल्ब बिना फ़्यूज हुए लगातार जल ही रहा है।

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1937 में बिजली की तार बदलने के लिए इस बल्ब को पहली बार बंद किया गया था।

    जन्मदिन

    2001 में मनाया गया था बल्ब का 100वाँ जन्मदिन

    हालाँकि, तार बदलने के तुरंत बाद ही इस बल्ब को दोबारा जला दिया गया था।

    यह बल्ब इतना ख़ास है कि इसकी निगरानी के लिए CCTV कैमरे लगाए गए हैं।

    चार वॉट बिजली से चलने वाला यह बल्ब 24 घंटे जलता रहता है।

    2001 में इस बल्ब के 100 साल पूरे होने पर धूमधाम से इसका 100वाँ जन्मदिन भी मनाया गया था, जिसमें संगीत पार्टी का भी आयोजन किया गया था।

    प्रसिद्धि

    बल्ब को देखने दूर-दूर से आते हैं लोग

    साल 2013 में यह बल्ब एक बार अपने आप बंद हो गया था। तब लोगों ने सोचा कि शायद बल्ब फ़्यूज हो गया, लेकिन पता चला कि तार ख़राब है। इसके बाद तार को बदल कर बल्ब फिर से जलाया गया।

    बता दें कि बल्ब पूरी दुनिया में प्रसिद्धि पा चुका है, इसलिए इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।

    दमकल केंद्र में कभी-कभी इस वजह से इतनी भीड़ लग जाती है, जैसे वह कोई न्यूजियम हो।

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